नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों द्वारा कानून-व्यवस्था सहित अन्य मुद्दे उठाए जाने के दौरान कथित रूप से व्यवधान डालने पर विधानसभा अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक विजेंद्र गुप्ता और ओपी शर्मा को मंगलवार को दिनभर के लिए सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया।
राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सत्तारूढ़ ‘आप’ के विधायकों द्वारा केन्द्र पर निशाना साधने को लेकर विपक्षी दल के दोनों विधायकों ने आपत्ति जतायी थी।
जंगपुरा से ‘आप’ के विधायक प्रवीण कुमार ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक किशोर को चाकू मारने की घटना का जिक्र किया और मांग की कि दिल्ली पुलिस आयुक्त को सदन में तलब किया जाए और कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में जवाब मांगा जाए।
विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि दिल्ली के उप राज्यपाल के आदेश का हवाला देते हुए विभिन्न विभागों ने सदन के सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब देने से इनकार कर दिया है।
गोयल ने कहा, ‘‘ उप राज्यपाल के आदेश ने विभागों का हौसला बढ़ाया है और जवाब नहीं दिए गए हैं। उप राज्यपाल के पत्र का हवाला देते हुए आज पांच से छह सवालों के जवाब नहीं दिए गए। उस आदेश ने दिल्ली को बर्बाद कर दिया है।’’
उन्होंने, भाजपा विधायक विजेंदर गुप्ता और ओम प्रकाश शर्मा के विरोध करने और उनके साथ बहस करने पर, उन्हें सदन से बाहर निकालने का निर्देश दिया।
गोयल ने यह भी आरोप लगाया कि केन्द्र के आदेश के तहत, उप राज्यपाल के माध्यम से दिल्ली विधानसभा को अक्षम बनाया जा रहा है।
रोहिणी से भाजपा विधायक गुप्ता ने कहा कि शर्मा के साथ मार्शल ने उन्हें सदन से तब बाहर निकाल दिया जब वे पार्टी के आठ विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के मुद्दे को उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक आप सरकार द्वारा किए जा रहे ‘‘व्यवस्थागत भेदभाव’’ के संबंध में उपराज्यपाल से मुलाकात करेंगे।
गुप्ता ने कहा कि अगर आप सरकार अपने तौर-तरीकों में बदलाव नहीं लाती है और दिल्ली के लोगों के अधिकारों को कुचलना जारी रखती है तो धरना भी दिया जाएगा।
भाषा
गोला नरेश
नरेश
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