scorecardresearch
Sunday, 29 September, 2024
होमदेशअर्थजगतशेयर बाजार शुरुआती गिरावट से उबरे, सेंसेक्स 231 अंक चढ़ा

शेयर बाजार शुरुआती गिरावट से उबरे, सेंसेक्स 231 अंक चढ़ा

Text Size:

मुंबई, 28 मार्च (भाषा) घरेलू शेयर बाजार सोमवार को शुरुआती गिरावट से उबरते हुए कारोबार के अंत में बढ़त के साथ बंद हुए। सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और भारती एयरटेल के शेयरों में तेजी के साथ बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में 0.40 की मजबूती रही।

तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 537.11 अंक लुढ़ककर 56,825.09 अंक तक आ गया था। लेकिन दोपहर के कारोबार में इसमें तेजी आयी और यह 231.29 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,593.49 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के तीस शेयरों में से 20 लाभ में और 10 नुकसान में रहे।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 69 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,222 अंक पर बंद हुआ। एनएसई के 50 शेयरों में से 29 लाभ में रहे।

सेंसेक्स के तीस शेयरों में भारती एयरटेल सर्वाधिक 3.4 प्रतिशत मजबूत हुआ। एक्सिस बैंक (2.13 प्रतिशत), आईसीआईसीआई बैंक (1.59 प्रतिशत), और एसबीआई (1.44 प्रतिशत) में भी तेजी रही।

रिलायंस इंडस्ट्रीज करीब एक प्रतिशत जबकि इंडसइंड बैंक 1.33 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा बजाज फिनसर्व (1.09 प्रतिशत), आईटीसी 1.54 प्रतिशत और हिंदुस्तान यूनिलीवर एक प्रतिशत मजबूत हुए।

दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में नेस्ले (1.83 प्रतिशत), एचडीएफसी (1.58 प्रतिशत), एचसीएल टेक (1.41 प्रतिशत), डॉ. रेड्डीज (1.4 प्रतिशत), एशियन पेंट्स (0.64 प्रतिशत) और विप्रो (0.59 प्रतिशत) शामिल हैं।

आइनॉक्स लेजर और पीवीआर के शेयरों में सोमवार को जोरदार उछाल आया। सिनेमाघर श्रृंखला का परिचालन करने वाली कंपनियों के विलय की घोषणा के बाद दोनों के शेयर चढ़े हैं।

आइनॉक्स लेजर का शेयर बीएसई में 11.33 प्रतिशत उछलकर 522.90 रुपये पर पहुंच गया। पीवीआर का शेयर भी बीएसई में 3.06 प्रतिशत के लाभ के साथ 1,883.50 रुपये पर बंद हुआ।

एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘सकारात्मक वैश्विक रुख के साथ मानक सूचकांक शुरुआती गिरावट से उबरते हुए लाभ में बंद हुए।’’

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘हालांकि, यूक्रेन युद्ध और उसके कारण कच्चे तेल के दाम में तेजी से बाजार पर शुरू में असर हुआ। लेकिन अब युद्ध बाजार को बहुत प्रभावित नहीं कर रहा है। अमेरिका में उच्च मुद्रास्फीति और फेडरल रिजर्व के नीतिगत रुख को कड़ा किये जाने से इस साल बाजार के लिये चुनौतियां जारी रहेंगी।’’

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के साथ घरेलू स्तर पर किसी संकेतक के अभाव में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, बाद में कुछ चुनिंदा शेयरों में लिवाली से बाजार लाभ के साथ बंद हुआ।’’

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक लाभ में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख रहा।

इस बीच, अंतररराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.46 प्रतिशत घटकर 116.3 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को 1,507.37 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments