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Sunday, 6 October, 2024
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बलिया में फर्जी अभिलेख के जरिये नौकरी करने वाले दो शिक्षक बर्खास्त

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बलिया (उप्र) 25 मार्च (भाषा) प्राथमिक विद्यालयों के दो शिक्षकों को फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के जरिये नियुक्ति पाने के आरोप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है। उन दोनों के विरूद्ध वेतन भुगतान की वसूली एव प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई शुरू की गई है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण सिंह ने शुक्रवार को बताया कि जिले के शिक्षा क्षेत्र सीयर के वाराडीह के प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक ओम प्रकाश यादव और शिक्षा क्षेत्र बैरिया के प्राथमिक विद्यालय शहीद के सहायक अध्यापक बालकृष्ण यादव के शैक्षिक दस्तावेजों को फर्जी पाया गया है। प्रशासन के अनुसार दोनों दूसरे के नाम पर सहायक अध्यापक बने थे, जिसका पर्दाफाश मानव संपदा पोर्टल से हुआ है।

सिंह ने बताया कि दोनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अधिकारी के अनुसार फिर अंतिम नोटिस के बाद दोनों शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि ओम प्रकाश यादव फर्जी शैक्षिक दस्तावेज के जरिए वर्ष 2008 में विशिष्ट बीटीसी में चयनित हुए तथा वह 31 जुलाई 2011 को कार्यभार ग्रहण किये। उन्होंने बताया कि बालकृष्ण यादव गत 29 अगस्त 2016 से काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दोनों फर्जी शिक्षकों के विरूद्ध राजकोष से किये गये वेतन भुगतान की वसूली एवं प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है ।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बलिया शहर के कंपोजिट विद्यालय तहसीली स्कूल में मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत छात्रों को भोजन में कीड़ा मिलने के आरोप में प्रधानाध्यापक संजय धीरज को निलंबित कर दिया है तथा इस मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी, मुरली छपरा को सौपी गई है।

उन्होंने बताया कि कंपोजिट विद्यालय तहसीली स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना की जांच में पाया गया कि 243 के सापेक्ष 140 बच्चे ही मौजूद थे। उन्हें सब्जी चावल परोसा गया था जबकि मेन्यू के अनुसार रोटी सब्जी खिलाना चाहिए था। जांच टीम को कक्षा आठ के छात्र प्रियांशु ने बताया कि बीते 21 मार्च को परोसी गई सब्जी में कीड़ा मिला था।

भाषा सं आनन्द

राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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