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Friday, 22 November, 2024
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12वीं क्लास के कोर्स पर आधारित होगी CUET परीक्षा, NTA प्रमुख ने कहा- कोचिंग की जरूरत नहीं

एनटीए महानिदेशक विनीत जोशी का कहना है कि सीयूईटी में ‘मॉडल सिलेबस’ इस्तेमाल किया जाएगा जिसमें एनसीईआरटी और प्रदेश बोर्ड्स के सवाल शामिल होंगे. 11वीं कक्षा तक के सवाल इस्तेमाल नहीं होंगे.

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नई दिल्ली: केंद्रीय विश्वविद्यालयों के आधीन कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट दाखिले के लिए केंद्रीय यूनिवर्सिटी दाखिला परीक्षा (सीयूईटी) के प्रश्न केवल 12वीं कक्षा के सिलेबस पर आधारित होंगे. इनमें ‘मॉडल सिलेबस’ का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद (एनसीआरटी) और प्रदेश बोर्ड्स दोनों के सवाल शामिल होंगे.

राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) वो इकाई है जिसके पास, सीयूईटी के लिए परीक्षाएं आयोजित कराने और प्रश्न पत्र तैयार करने का जिम्मा है, जो शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कॉलेज दाखिलों के लिए अनिवार्य है.

परीक्षा पैटर्न पर कोई औपचारिक अधिसूचना अभी जारी होनी बाकी है लेकिन छात्रों की आशंकाओं को दूर करते हुए एनटीए महानिदेशक विनीत जोशी ने बृहस्पतिवार को दिप्रिंट से कहा कि सवालों से छात्रों के बुनियादी ज्ञान के स्तर को परखा जाएगा कि उन्होंने 12वीं क्लास में क्या पढ़ा है (और उनमें 11वीं क्लास के सिलेबस से भी कुछ नहीं होगा) और इसके लिए छात्रों को अलग से तैयारी की जरूरत नहीं होगी.


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कोचिंग को बढ़ावा देना नहीं चाहते

जोशी ने कहा, ‘हम कोचिंग कल्चर को बढ़ावा नहीं देना चाहते. सीयूईटी परीक्षा के लिए छात्रों को कोचिंग कक्षाओं में नहीं जाना चाहिए. प्रश्न पत्रों में जो कुछ भी होगा वो एनसीआरटी और स्टेट बोर्ड्स के सिलेबस की किताबों पर आधारित होगा’.

उन्होंने आगे कहा, ‘एक गलतफहमी ये है कि प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए हम केवल एनसीईआरटी पुस्तकों का इस्तेमाल करेंगे…ये सही नहीं है, परचों के लिए हम दूसरे बोर्ड्स के पाठ्यक्रमों को भी देख रहे हैं’.

प्रश्न पत्र सेटर्स और रिसर्चर्स की एक अलग टीम, सीयूईटी पर्चों पर काम कर रही है और एजेंसी 58 विषयों के लिए 13 भाषाओं में परचे तैयार करेगी. जोशी ने आगे कहा, ‘हम समझते हैं कि ये एक बिल्कुल अलग तरह का काम है और हम इससे उसी तरह से निपट रहे हैं. ये परीक्षा जेईई और नीट की तरह नहीं होने जा रही है’.

एक अन्य एनटीए अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि सीयूईटी प्रश्न पत्रों में छात्रों को काफी विकल्प भी दिए जाएंगे, ताकि अलग-अलग बोर्ड्स के उम्मीदवारों के लिए वो प्रासंगिक हो सके. अधिकारी ने कहा, ‘बहु-विकल्पीय प्रश्नों में भी हम काफी विकल्प देंगे, जैसे कि कुल 60 सवालों में से छात्रों को केवल 50 सवाल करने होंगे’.


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एक ही पोर्टल पर आवेदन

परीक्षा किस तरह ली जाएगी, ये समझाते हुए ऊपर हवाला दिए गए अधिकारी ने बताया कि छात्रों को एक सिंगल पोर्टल पर आवेदन करना होगा और उस पोर्टल पर वो जितनी चाहें, उतनी यूनिवर्सिटीज़ चुन सकते हैं. छात्रों की परीक्षा की अवधि उस यूनिवर्सिटी तथा उस मानदंड पर निर्भर करेगी, जो उस यूनिवर्सिटी ने तय किया है.

अधिकारी ने समझाया, ‘मसलन, बीएचयू एक कोर्स पेश कर रही है, जिसके लिए 75 मिनट की परीक्षा है, इसलिए बीएचयू का विकल्प चुनने वाले छात्र को उस परीक्षा को देना होगा. दूसरी ओर, अगर डीयू प्रवेश पत्र में दो घंटे चाहिए होते हैं, तो छात्र को उसे देना होगा’.

एनटीए फिलहाल विभिन्न विश्वविद्यालयों से जानकारी जमा कर रही है कि अलग-अलग कार्यक्रमों के लिए वो कितनी सीटें पेश कर रहे हैं, ताकि उस जानकारी को सीयूईटी पोर्टल पर दी जा सके. इस पोर्टल को अप्रैल तक लाइव कर दिए जाने की संभावना है, जब तक छात्र भी यूनिवर्सिटी के अपने विकल्प को पंजीकृत करा पाएंगे.

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मंगलवार को ऐलान किया कि कॉलेज में प्रवेश में अब 12वीं क्लास के अंकों का कोई रोल नहीं रह जाएगा, चूंकि सत्र 2022-23 से सभी दाखिले, सीयूईटी परीक्षा के नतीजों के आधार पर किए जाएंगे.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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