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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशहैदराबाद में कबाड़ गोदाम में लगी आग,11 मजदूरों की मौत, पीएम मोदी और सीएम ने की मुआवजे की घोषणा

हैदराबाद में कबाड़ गोदाम में लगी आग,11 मजदूरों की मौत, पीएम मोदी और सीएम ने की मुआवजे की घोषणा

हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि मृतक 23 से 35 वर्ष के आयुवर्ग के थे. उन्होंने कहा कि जर्जर हुए गोदाम में अग्नि सुरक्षा उपायों की अनदेखी की गई थी.

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नई दिल्ली: बुधवार को हैदराबाद में एक कबाड़ गोदाम में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई. खबरों के मुताबिक यह सभी बिहार के प्रवासी मजदूर थे. पुलिस का कहना है कि मजदूरों के शव इस कदर झुलस चुके हैं कि उन्हें डीएनए जांच के बिना पहचानना मुश्किल होगा.

पुलिस के मुताबिक गोदाम में कथित तौर पर आग से सुरक्षा का बंदोबस्त नहीं किया गया था और एक ही संकरी सीढ़ी होने के कारण आग से बचकर भाग पाना लगभग असंभव था. हालांकि एक व्यक्ति कमरे से छलांग लगाकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहा.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. साथ ही पीएम मोदी और मुख्यमंत्री राव ने पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की है.

राष्ट्रपति कोविंद ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट करके कहा, ‘तेलंगाना के सिकंदराबाद में एक गोदाम में आग लगने से हुई मजदूरों की मौत एक ऐसी त्रासदी है जिसका दुख शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’

इस बीच प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ‘हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग के कारण लोगों की मौत होने से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिवार को 5-5 लाख रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने मुख्य सचिव सोमेश कुमार से कहा कि वे मृतकों के शवों को बिहार में उनके मूल स्थानों पर भेजने की व्यवस्था करें.


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रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी मजदूर बिहार के एक गांव से ताल्लुक रखते हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिहार में छपरा के रहने वाले श्रमिक घटना के समय यहां भोईगुड़ा में गोदाम के ऊपर बने एक कमरे में सो रहे थे.

उन्होंने बताया कि दमकल नियंत्रण कक्ष को तड़के करीब 3 बजकर 55 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली और करीब 7 बजे आग को बुझाया जा सका. उन्होंने बताया कि एक ही सीढ़ी होने के कारण मजदूर खुद को नहीं बचा सके.

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आग कबाड़ के गोदाम से शुरू हुई और ऊपर के कमरे में फैल गई. ऐसा लग रहा है कि श्रमिकों ने भागने की कोशिश की लेकिन सांस के साथ धुआं अंदर चले जाने के बाद वे बेहोश हो गए. उन्होंने कहा कि यह दिल दहला देने वाला दृश्य था क्योंकि घटनास्थल पर शवों का ढेर लगा हुआ था.

जले शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी गांधी अस्पताल ले जाया गया है.

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही आग के कारणों का पता चलेगा.

हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि मृतक 23 से 35 वर्ष के आयुवर्ग के थे. उन्होंने कहा कि जर्जर हुए गोदाम में अग्नि सुरक्षा उपायों की अनदेखी की गई थी.

भाषा के इनपुट के साथ 


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