मनामा, 22 मार्च ( भाषा ) तीन साल पहले बहरीन के हाथों हारकर एशियाई कप नॉकआउट में जगह बनाने से वंचित रही भारतीय फुटबॉल टीम अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैच में फिर इसी टीम के सामने होगी ।
भारत 2019 एशियाई कप के नॉकआउट चरण में जगह बनाने के करीब था लेकिन बहरीन ने स्टॉपेज टाइम में गोल करके जीत दर्ज की । इस मैच ने भारतीयों के दिल तोड़ दिये और इंग्लिश कोच स्टीफन कोंस्टेंटाइन का यह आखिरी टूर्नामेंट साबित हुआ ।
अब भारतीय टीम एशियाई कप में जगह बनाने की तैयारी में फिर बहरीन से खेलेगी । एशियाई कप के आखिरी दौर के क्वालीफायर मुकाबले जून में कोलकाता में खेले जायेंगे । विश्व रैंकिंग में 104वें स्थान पर काबिज भारतीय टीम 89वीं रैंकिंग वाली बहरीन में दो दोस्ताना मैच खेलेगी ।
इसके बाद शनिवार को उसे बेलारूस से खेलना है ।
पिछले साल जून में कतर से एक गोल से हारने के बाद ये दोनों मैच नौ महीने में भारतीय टीम की पहली कड़ी परीक्षा है । अब तक भारत ने सभी मैच दक्षिण एशियाई टीमों के खिलाफ खेले हैं ।
कोंस्टेंटाइन की जगह लेने वाले क्रोएशियाई कोच इगोर स्टिमक के साथ भारत ने 21 मैच खेले और छह जीते जिनमें तीन दक्षिण एशियाई टीमों के खिलाफ थे ।
स्टिमक ने कहा ,‘‘ बहरीन और बेलारूस के खिलाफ मैचों से पता चलेगा कि हमारी टीम कहां खड़ी है । हमने प्रतिद्वंद्वी काफी सोच समझकर चुने हैं जो रैंकिंग में हमसे बेहतर हैं ।’’
मुख्य कोच ने कहा कि वह नये खिलाड़ियों को मौके देंगे लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि आईएसएल का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा के आकलन का मानदंड नहीं है ।
उन्होंने कहा ,‘‘हाल ही में संपन्न आईएसएल काफी रोमांचक था और हमने कुछ नये खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करते देखा । उन्हें मौका मिलेगा ताकि हम देख सकें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे कैसा खेलते हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की तुलना में आईएसएल की रफ्तार बहुत कम है । हमें अंतरराष्ट्रीय मैचों में प्रदर्शन पर फोकस करना होगा ।’’
भाषा
मोना आनन्द
आनन्द
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