जयपुर, 16 मार्च (भाषा) राजस्थान के पेट्रोलियम क्षेत्र से चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह (अप्रैल-फरवरी) में राजस्व दोगुना हो गया है।
खान, पेट्रोलियम एवं ऊर्जा विभाग के एक बयान के अनुसार, राज्य के पेट्रोलियम क्षेत्र से चालू वित्त वर्ष में फरवरी माह तक 3,601 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 1,947.22 करोड़ रुपये अधिक है। गत वर्ष फरवरी माह तक 1,653.85 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया था।
बयान के अनुसार, प्रदेश में औसतन 1.13 लाख बैरल प्रतिदिन से 1.14 लाख बैरल प्रतिदिन खनिज तेल का उत्पादन किया जा रहा हैं। पेट्रोलियम क्षेत्र से राजस्व बढ़ाने के समग्र प्रयासों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी से राजस्व बढ़ा है।
बयान में बताया गया कि इस साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की औसत कीमत 72.6 डॉलर प्रति बैरल तक रही है। प्रदेश में पेट्रोलियम और गैस का विपुल भंडार है। राज्य में 14 जिलों के डेढ़ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में चार पेट्रोलियम बेसिन फैले हए हैं।
बाड़मेर-सांचोर बेसिन, जैसलमेर बेसिन, बीकानेर-नागौर बेसिन में बीकानेर, नागौर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरु व विंध्यान बेसिन में कोटा, बारां, बूंदी, झालावाड़, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले का कुछ हिस्सा शामिल है। उन्होंने बताया कि बाड़मेर बेसिन में कच्चे तेल के उत्पादन को बनाए रखने के लिए एनहांस्ड ऑयल रिकवरी तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
भाषा कुंज अर्पणा अजय
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