मुंबई, 14 मार्च (भाषा) सूक्ष्म वित्त उद्योग का सकल ऋण पोर्टफोलियो (जीएलपी) चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में सालाना आधार पर 1.86 प्रतिशत बढ़कर 2,32,126 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। ‘सा-धन’ की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सूक्ष्म-वित्त (एमएफआई) उद्योग का ऋण पोर्टफोलियो 2,27,893 करोड़ रुपये था।
‘सा-धन’ एमएफआई के लिए रिजर्व बैंक से मान्यता प्राप्त स्व-नियामक संगठन है।
तीसरी तिमाही के दौरान एमएफआई का कुल ऋण वितरण 8.5 प्रतिशत बढ़कर 66,864 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 61,625 करोड़ रुपये था। दिसंबर, 2021 में औसतन ऋण का आकार 39,507 रुपये रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंक ऋण वितरण का प्रमुख माध्यम रहे। तीसरी तिमाही में औसतन 41,805 रुपये के ऋण के साथ जीएलपी में बैंकों की हिस्सेदारी 40.50 प्रतिशत रही।
सा-धन के कार्यकारी निदेशक पी सतीश ने कहा, ‘‘सूक्ष्म वित्त क्षेत्र में सकारात्मक सुधार दिख रहा है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में वितरण में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला।’’
भाषा अजय अजय प्रेम
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