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Sunday, 6 October, 2024
होमदेशअधिकारी ने विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के खिलाफ निष्पक्ष तरीके से जीत हासिल नहीं की: मजूमदार

अधिकारी ने विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के खिलाफ निष्पक्ष तरीके से जीत हासिल नहीं की: मजूमदार

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कोलकाता, 13 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में आने के कुछ दिनों बाद वरिष्ठ नेता जॉय प्रकाश मजूमदार ने यह कहकर एक विवाद छेड़ दिया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से निष्पक्ष तरीके से जीत हासिल नहीं की।

मजूमदार को जनवरी के अंतिम सप्ताह में ‘‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’’ के लिए भाजपा द्वारा निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि ममता बनर्जी के पूर्व मेदिनीपुर के निर्वाचन क्षेत्र से विजेता घोषित किए जाने के कुछ ही घंटे बाद अधिकारी ने सीट कैसे जीती, यह ‘‘चौंकाने वाला’’ था।

तृणमूल कांग्रेस के नवनियुक्त उपाध्यक्ष, किसी समय ममता बनर्जी के घोर आलोचक थे। उन्होंने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे याद है कि शुभेंदु ने दो मई की रात को कहा था कि नंदीग्राम जीतने के लिए उन्हें हथकंडा अपनाना होगा।’’

मजूमदार ने कहा, ‘‘नंदीग्राम में मतगणना प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। हाथ की सफाई से शुभेंदु ने अचानक ममता बनर्जी को पछाड़ दिया, जिन्हें शुरू में विजेता घोषित किया गया था।’’

राज्य के पूर्व मंत्री राजीव बंधोपाध्याय ने भी दावा किया कि मजूमदार के दावे 100 प्रतिशत सच हैं। बंधोपाध्याय ने भाजपा के टिकट पर डोमजूर से चुनाव लड़ा था और हार गए थे तथा उसके बाद टीएमसी में लौट गए थे।

बंधोपाध्याय ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि शुभेंदु अधिकारी को निष्पक्ष तरीके से विजेता घोषित नहीं किया गया था। मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।’’

इस बीच शुभेंदु अधिकारी ने बंगाली में अपनी ट्विटर पोस्ट में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के संवाददाता सम्मेलन को ‘‘जबरन वसूली करने वाली’’ एक पार्टी द्वारा किया गया ‘‘तमाशा’’ बताया।

सत्येंद्र नाथ दत्त की एक प्रसिद्ध बंगाली कविता को साझा करते हुए उन्होंने संकेत दिया कि वह आरोपों का जवाब नहीं देंगे क्योंकि यह उनकी गरिमा को कम करेगा।

हालांकि अधिकारी ने इस पर प्रत्यक्ष रूप से प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की लेकिन भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मजूमदार और बंधोपाध्याय टीएमसी में शामिल होने के बाद अपने ‘‘असली रंग’’ दिखा रहे हैं। भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘मजूमदार नयी पार्टी प्रमुख के सामने अपनी ‘रेटिंग’ बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, जिनके खिलाफ उन्होंने अतीत में भद्दी टिप्पणी की थी। भाजपा प्रेस ब्रीफिंग में उनकी टिप्पणियों के फुटेज अब भी उपलब्ध हैं। क्या वह अब उन सभी टिप्पणियों को वापस लेंगे?’’

राजीव बंधोपाध्याय के बारे में बात करते हुए, भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह ये झूठे दावे करके टीएमसी प्रमुख को प्रभावित करना चाहते हैं। यह देखते हुए कि उन्हें टीएमसी के मामलों को देखने के लिए त्रिपुरा स्थानांतरित कर दिया गया है, डोमजूर के पूर्व विधायक वापस आने की पूरी कोशिश कर रहे होंगे।’’

निर्वाचन आयोग के अनुसार, अधिकारी ने नंदीग्राम में ममता बनर्जी को 1900 से अधिक मतों से हराया। टीएमसी प्रमुख के सीट जीतने की खबरों के कुछ ही घंटों बाद यह घोषणा की गई।

बाद में बनर्जी ने नंदीग्राम के चुनावी परिणाम को चुनौती देते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया था। वह 2021 में बाद में भवानीपुर से विधानसभा के लिए चुनी गईं थी।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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