नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) उपभोक्ता अब भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से मान्यता-प्राप्त जांच सुविधाओं में अपने बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की भी शुद्धता जांच करवा सकते हैं।
एक सरकारी बयान में शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा गया, ‘‘सोने के चार आभूषणों के परीक्षण का शुल्क 200 रुपये है। वहीं पांच या अधिक आभूषणों के लिए शुल्क 45 रुपये प्रति इकाई है।’’
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि अनिवार्य हॉलमार्किंग को सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है, जिसमें हर दिन तीन लाख सोने की वस्तुओं को एचयूआईडी (हॉलमार्क विशिष्ट पहचान) के साथ प्रमाणित किया जा रहा है।
बीआईएस ने ‘‘अब एक आम उपभोक्ता को बीआईएस से मान्यता-प्राप्त एसेइंग एंड हॉलमार्किंग सेंटर (एएचसी) में से किसी में भी अपने बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच कराने की अनुमति देने का प्रावधान किया है।’’ एएचसी को प्राथमिकता के आधार पर आम उपभोक्ताओं से सोने के आभूषणों का परीक्षण करना चाहिए और उपभोक्ता को एक परीक्षण रिपोर्ट प्रदान करनी चाहिए।
बयान के मुताबिक, ‘‘उपभोक्ता को जारी की गई परीक्षण रिपोर्ट उपभोक्ता को उनके आभूषणों की शुद्धता के बारे में आश्वस्त करेगी और अगर उपभोक्ता अपने पास पड़े आभूषणों को बेचना चाहता है तो भी यह उपयोगी होगा।’’
उपभोक्ता द्वारा खरीदे गए एचयूआईडी नंबर के साथ हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता और शुद्धता को बीआईएस केयर ऐप – ‘वेरीफाई एचयूआईडी’ का उपयोग करके भी सत्यापित किया जा सकता है, जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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