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Sunday, 6 October, 2024
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सत्ता में वापसी कर भाजपा ने उत्तराखंड में रचा इतिहास

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देहरादून, 10 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के रथ पर सवार होकर भाजपा ने बृहस्पतिवार को उत्तराखंड में सत्ता में वापसी कर नया इतिहास बनाया है।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव, 2022 के आज घोषित परिणाम के अनुसार, उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा के हिस्से में 70 में से अभी तक 45 सीटें आयी हैं और दो सीटों पर वह बढ़त बनाए हुए है।

निर्वाचन आयोग की बेवसाइट पर रात 8:55 तक अपडेट आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड की 70 सीटों में से 65 पर परिणाम की घोषणा हो चुकी है और उनमें से 45 सीटें भाजपा के हिस्से में आयी हैं जबकि कांग्रेस के हिस्से में 17, बसपा के हिस्से में एक और दो सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में गयी हैं।

उत्तर प्रदेश के पुनर्गठन के बाद वर्ष 2000 में अस्तित्व में आए उत्तराखंड में अभी तक किसी पार्टी ने लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बनायी थी। 2022 के चुनावों से पहले राज्य में भाजपा और कांग्रेस बारी-बारी से सरकारें बनाती रही हैं।

हालांकि, 2022 के चुनावों में 60 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखने वाली भाजपा अपना पुराना प्रदर्शन नहीं दोहरा सकी है। पिछले चुनाव में भाजपा को 70 में से 57 सीटें मिली थीं।

वहीं, सत्ता विरोधी लहर के दम पर राज्य सरकार बनाने का सपना देख रही कांग्रेस का प्रदर्शन आशा के बिल्कुल विपरीत रहा और उसके मुख्यमंत्री पद के अघोषित दावेदार हरीश रावत सहित कई दिग्गज उम्मीदवार चुनाव हार गए हैं।

लेकिन, कांग्रेस के लिए यह चुनाव नुकसानदेह साबित नहीं हुआ है। अभी तक घोषित परिणाम में कांग्रेस के खाते में 17 सीटें आयी हैं और दो सीटों पर वह आगे चल रही है। 2017 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के खाते में महज 11 सीटें आयी थीं।

हालांकि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा सीट खटीमा को बरकरार रखने में विफल रहे हैं और इस हार ने भाजपा की बहुमत की जीत का मजा किरकिरा कर दिया है। धामी कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष भुवन चंद्र कापड़ी से 6,579 मतों के अंतर से हार गए हैं।

धामी मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी यतीश्वरानंद हरिद्वार ग्रामीण सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा रावत से हार गए हैं। अनुपमा कांग्रेस नेता हरीश रावत की पुत्री हैं।

प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव अभियान की अगुवाई करने वाले रावत लालकुआं सीट से भाजपा प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट से 17,527 वोटों के भारी अंतर से हार गए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को श्रीनगर सीट से निवर्तमान विधायक धनसिंह रावत के हाथों हार मिली है।

जागेश्वर सीट पर अब तक अजेय रहे कांग्रेस के एक और दिग्गज गोविंद सिंह कुंजवाल भी भाजपा के मोहन सिंह से 5883 मतों से हार गए हैं।

देहरादून जिले की रायपुर सीट से भाजपा के उमेश शर्मा काउ ने एक बार फिर 30,052 मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को हराकर न केवल अपनी सीट बरकरार रखी है बल्कि प्रदेश में सबसे बड़ी जीत भी दर्ज की है। पिछले चुनाव में भी काउ ने प्रदेश में सबसे बड़े अंतर (36,000 मतों) से जीत हासिल की थी।

आम आदमी पार्टी की मुफ्ती बिजली, नि:शुल्क तीर्थयात्रा और बेरोजगारी भत्ता सहित अन्य वादे प्रदेश की जनता को लुभाने में विफल रहे और उसका खाता भी नहीं खुल पाया है। आप के मुख्यमंत्री पद के चेहरे रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल गंगोत्री सीट पर भाजपा के सुरेश चौहान और कांग्रेस के विजयपाल सिंह सजवाण के बाद तीसरे स्थान पर रहे। आप ने प्रदेश की सभी 70 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ा था।

भाषा दीप्ति अर्पणा

अर्पणा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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