श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले में बृहस्पतिवार को एक बगीचे से सेना के एक जवान का शव मिला. यह जवान तीन दिन से लापता था.
मल्ला को 2019 में अभियान क्षेत्र में ड्यूटी स्थल से दूर रहने और एक स्थानीय महिला के साथ ‘दोस्ती रखने’ के मामले में उनके कंपनी कमांडर मेजर लीतुल गोगोई के साथ कोर्ट मार्शल में दोषी ठहराया गया था. वह खाग क्षेत्र स्थित अपने गांव लोकीपोरा से सोमवार से लापता थे.
अधिकारियों ने कहा कि मल्ला के शरीर पर गोली लगने के निशान नहीं मिले लेकिन चोट के निशान मिले हैं. उन्होंने कहा कि यह बदला लेने के इरादे से की गई हत्या प्रतीत होती है और शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि उनके चेहरे पर छड़ से वार किया गया, उनकी हत्या की गई और बाद में उनके शव को दफना दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में तैनात 28 वर्षीय जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री के जवान मल्ला अपने दूसरे बच्चे के जन्म को लेकर अपनी पत्नी के साथ रहने के लिए छुट्टी पर घर आए थे. उन्होंने बताया कि मल्ला ने आखिरी बार अपने मोबाइल से अपनी मां से बात की थी और कहा था कि फोन की बैटरी खत्म हो रही है और अगर संपर्क टूट जाता है तो वह फोन करेंगे.
मल्ला अप्रैल 2018 में गोगोई और एक स्थानीय महिला को एक होटल में ले गए थे.
इससे एक साल पहले गोगोई कढ़ाई कारीगर फारूक अहमद डार को अपनी जीप से बांधने और पथराव के दौरान मानव ढाल के रूप में उसका इस्तेमाल करने को लेकर सुर्खियों में आए थे.
भाषा नेत्रपाल माधव
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