(के. जे. एम वर्मा)
बीजिंग, सात मार्च (भाषा) यूक्रेन में रूस के हमले की तर्ज पर चीन के ताइवान में सैन्य कार्रवाई शुरू करने की आशंका के बीच चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सोमवार को कहा कि ताइवान का मुद्दा यूक्रेन के मुद्दे से अलग है और इन दोनों की तुलना नहीं की जा सकती है।
वांग ने संसद सत्र के इतर अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सबसे बड़ा अंतर इस बात में निहित है कि ताइवान चीन के क्षेत्र का एक अविभाज्य हिस्सा है और ताइवान का मुद्दा पूरी तरह से चीन का आंतरिक मामला है, जबकि यूक्रेन का मुद्दा दो देशों, रूस और यूक्रेन के बीच विवाद से उत्पन्न हुआ है।’’
चीन एक स्व-शासित द्वीप ताइवान को एक विद्रोही प्रांत के रूप में देखता है।
वांग ने अमेरिका पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह दोयम दर्जे का घोर कृत्य है कि कुछ लोग यूक्रेन मुद्दे पर संप्रभुता के सिद्धांत के बारे में ताइवान के सवाल पर चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को कमतर आंकते रहे हैं।
उन्होंने अमेरिका में कुछ ताकतों पर ‘‘ताइवान की स्वतंत्रता’’ के लिए अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और एक-चीन सिद्धांत को चुनौती देने की कोशिश बताया।
इस बीच सोमवार को ताइपे में, ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि द्वीप यूक्रेन के घटनाक्रम को करीब से देख रहा है।
यूक्रेन की स्थिति की ताइवान की स्थिति से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि रूस यूरोप में अपने अधिनायकवाद का विस्तार करना चाहता है, जबकि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षा राष्ट्र को फिर से जीवंत करने और अपनी सेना का निर्माण करने की है।
वू ने कहा, ‘‘यह एक ऐसी स्थिति है जिसे हमें ध्यान से देखने की जरूरत है।’’
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देवेंद्र नरेश
नरेश
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