भोपाल, सात मार्च (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अपने एक नेता को सोमवार सुबह यहां गिरफ्तार किए जाने को लेकर मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
माकपा ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने पार्टी कार्यालय में घुसने के बाद एक अन्य नेता का फोन छीन लिया और उसमें संग्रहीत तस्वीरों और दस्तावेजों को डिलीट कर दिया।
जहांगीराबाद पुलिस थाना प्रभारी वीरेन्द्र चौहान ने बताया कि ए. टी. पद्मनाभन को सीआरपीसी की धारा 151 के तहत नीलम पार्क से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा के आज से शुरू हुए बजट सत्र के चलते इलाके में धारा 144 लगाई गई है और पद्मनाभन प्रशासन की अनुमति लिये बगैर वहां प्रदर्शन करने जा रहे थे। इसलिए उन्हें आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।
मध्यप्रदेश माकपा सचिव जसविंदर सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, ‘‘शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है। सोमवार सुबह भारी पुलिस बल ने बिना सर्च वारंट के माकपा के प्रदेश कार्यालय बी टी आर भवन में घुसकर माकपा के राज्य समिति के वरिष्ठ सदस्य और आशा उषा कर्मियों के प्रदेश अध्यक्ष ए टी पद्मनाभन क़ो गिरफ्तार कर लिया।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस बल यहीं नहीं रुका, बल्कि इसने माकपा राज्य सचिव मंडल के सदस्य और सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास गोस्वामी से मोबाइल छीनकर उसमें संग्रहीत बहुत सारी तस्वीरें फोटो और दस्तावेज डिलीट कर दिए।
सिंह ने कहा कि माकपा शिवराज सरकार की बढ़ती तानाशाही की निंदा करते हुए कहना चाहती है कि उनकी सरकार न केवल मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दल के कार्यालय में पुलिस को बिना आदेश घुसा रही है, बल्कि आम नागरिकों के जनतान्त्रिक अधिकारों का भी हनन कर रही है।
उन्होंने कहा कि आशा उषा कर्मियों को प्रदर्शन के लिए अनुमति न देना और उनके नेता पद्मनाभन को बिना किसी कारण और वारंट के बार-बार गिरफ्तार करना भाजपा सरकार की जनविरोधी मानसिकता को ही उजागर करता है।
भाषा रावत रावत सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.