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Friday, 22 November, 2024
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यूक्रेन में फंसे 182 भारतीयों को मुंबई लाया गया, छात्रों के निकालने पर सरकार का जोर

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद 24 फरवरी से ही बंद है और भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के रास्ते विशेष विमानों के जरिये वापस ला रहा है.

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मुंबई: युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 182 भारतीयों को बुखारेस्ट से लेकर एअर इंडिया का विमान शनिवार देर रात मुंबई पहुंचा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल ने शनिवार देर रात 12 बजकर 50 मिनट पर एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान आईएक्स 1202 के हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उसमें सवार यात्रियों का स्वागत किया.

पाटिल ने यात्रियों से बातचीत में कहा कि जबतक युद्धग्रस्त यूक्रेन से सभी भारतीयों की निकासी नहीं हो जाती तब तक अभियान जारी रहेगा.

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद 24 फरवरी से ही बंद है और भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के रास्ते विशेष विमानों के जरिये वापस ला रहा है.

छात्रों को निकालने पर जोर

भारत ने शनिवार को कहा कि पूर्वी यूक्रेन के सूमी में फंसे करीब 700 भारतीय छात्रों को निकालने पर अब उसका मुख्य जोर है जहां पर गोलाबारी और हवाई हमले देखे गए हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा कि हमें उम्मीद है कि अगले कुछ घंटे में खारकीव और पिसोचिन से अपने सभी नागरिकों को निकाल लिया जाएगा. उन्होंने कहा,’हमारा मुख्य जोर अब सूमी से भारतीय छात्रों को निकालने पर है. हमलोग उनकी निकासी के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.

बागची ने रूस और यूक्रेन से स्थानीय स्तर पर संघर्ष विराम के भारत के आह्वान को भी दोहराया ताकि युद्धग्रस्त क्षेत्रों से भारतीयों को निकाला जा सके. बागची ने कहा,’सूमी से भारतीयों को निकालना चुनौतीपूर्ण है क्योंकि वहां गोलाबारी और हिंसा जारी है तथा परिवहन के साधनों की कमी है.’ उन्होंने कोई विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि भारत छात्रों के निकासी के लिए अन्य कई विकल्पों पर विचार कर रहा है.

उन्होंने कहा,’हम संबंधित सभी पक्षों के संपर्क में हैं. हमारे लिए सबसे अच्छा विकल्प युद्धविराम होगा जिससे कि हम अपने छात्रों को बाहर निकाल सकते हैं और हम रूस तथा यूक्रेन दोनों पक्षों से इस तरह के स्थानीय स्तर पर युद्धविराम की अनुमति देने के लिए दृढ़ता से दबाव डाल रहे हैं.’

बागची ने कहा कि भारत के निकासी प्रयासों का पूरा ध्यान अब छात्रों को सूमी से सुरक्षित बाहर निकालने पर है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा,’पिसोचिन से सभी भारतीय नागरिकों से निकाल लिया गया है. मिशन उनकी यात्रा के दौरान उनके संपर्क में बना रहेगा. उनकी सुरक्षा हमेशा हमारी प्राथमिकता रही है. सुरक्षित रहें, मजबूत रहें.’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लगभग सभी भारतीय अब खारकीव शहर छोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा,’यह एक बहुत ही सकारात्मक प्रगति है. पिछले कुछ दिनों से यह काफी चिंता का विषय बना हुआ था.’ बागची ने कहा कि निकासी अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 63 उड़ानों ने 13,300 से अधिक भारतीयों को वापस लाया है.


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