मुंबई, पांच मार्च (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शनिवार को जानना चाहा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को महा विकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन के नेताओं के फोन टैप करने का ‘आदेश’ दिया था।
प्रदेश राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि यह एक ‘‘महत्वपूर्ण मोड़’’ पर हुआ, जब 2019 में महाराष्ट्र में एक नई सरकार आकार ले रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘हमें संदेह है कि भाजपा को एमवीए के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए अवैध रूप से फोन टैप किए गए थे।’’
कांग्रेस नेता नाना पटोले, राकांपा नेता एकनाथ खडसे और शिवसेना नेता संजय राउत के फोन टैप करने के आरोप में शुक्ला के खिलाफ पुणे और मुंबई में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। तापसे ने कहा, ‘‘अब जब एक अपराध दर्ज किया गया है, महाराष्ट्र के लोग जानना चाहेंगे कि यह अवैध टैपिंग किसके इशारे पर की गई थी। क्या भाजपा के किसी ने शुक्ला को एमवीए नेताओं के फोन टैप करने का निर्देश दिया था?’’
शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा का गठबंधन एमवीए 2019 में सत्ता में आया था जब भाजपा से शिवसेना अलग हो गई थी।
तापसे ने कहा टैपिंग भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम का घोर उल्लंघन था। उन्होंने कहा कि हुए कि राष्ट्रीय आपातकाल जैसा कोई वैध कारण नहीं था जिसके चलते ऐसा करना जरूरी था। शुक्ला अब हैदराबाद में सीआरपीएफ की अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर तैनात हैं।
भाषा अमित उमा
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