शिमला, चार मार्च (भाषा) हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को पेश किये गए बजट को विपक्षी दल कांग्रेस ने “झूठ का पुलिंदा” करार दिया जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने इसे “वास्तविक और लोगों के लिए हितकारी” बताया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 51,365 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। ठाकुर के पास वित्त विभाग का कार्यभार भी है।
हिमाचल में 2021-22 के लिए 49,131 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राज्य को दिवालिया कर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बजट में लोगों की किसी भी समस्या का समाधान निकालने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बजट ने कर्मचारियों और लोगों को निराश किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर ने चुनावी साल में जनता को लुभाने का असफल प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि बजट में रोजगार के सृजन और महंगाई को काबू के करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
वहीं, संसदीय और शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बजट को लोगों के लिए हितकारी और वास्तविक करार दिया। उन्होंने कहा कि बजट में शहरी रोजगार गांरटी योजना का प्रावधान है और हिमाचल देश का ऐसा पहला राज्य होगा जहां शहरी क्षेत्रों के लिए मनरेगा को एक कानून के तौर पर लागू किया जाएगा।
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