नयी दिल्ली, चार मार्च (भाषा) जल प्रबंधन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए किए गए कार्यों को मान्यता प्रदान करते हुए भारतीय उद्योग जल सम्मेलन और फिक्की जल पुरस्कार समारोह में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) को ‘विशेष जूरी पुरस्कार’ प्रदान किया गया ।
जल शक्ति मंत्रालय के बयान के अनुसार, यह पुरस्कार 2 से 3 मार्च, 2022 तक डिजिटल तरीके से आयोजित कार्यक्रम में दिया गया । इस जूरी में जाने माने शिक्षाविद डॉ. मिहिर शाह, जूरी के अध्यक्ष प्रो. ए. के. गोसाईं आदि शामिल थे ।
बयान के अनुसार, पुरस्कार के साथ प्रशस्ति पत्र में लिखा है कि ‘जूरी जल प्रबंधन में आदर्श बदलाव लाने के लिए एनएमसीजी के किए गए अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य को मान्यता देना चाहता है, भले ही गंगा नदी के संरक्षण का उनका प्रयास अभी चल रहा है।
इसमें लिखा है कि गंगा को फिर से जीवंत करने के लिए इसके पूरे नदी क्षेत्र पर काम करने की आवश्यकता है। इसके परस्पर जुड़े जल विज्ञान संबंधी और परितंत्र के साथ, जो न केवल नदी के मुख्य भाग तक सीमित है, बल्कि इसकी विभिन्न धाराओं तक काम करने की जरूरत है।
बयान के अनुसार, पूरे गंगा बेसिन के संरक्षण (पुनरुद्धार) के कार्य की जटिलता और विविध हितधारकों, खासकर लोग-नदी संबंध के साथ जुड़ने के महत्व को रेखांकित करता है, जो इस चुनौतीपूर्ण कार्य के लिए एनएमसीजी के तरीके एवं कार्यक्रमों का आधार बनता है।
भाषा
दीपक मनीषा प्रशांत
प्रशांत
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