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Wednesday, 16 July, 2025
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कर्नाटक के छात्र की मौत ने भाजपा की तैयारियों की पोल खोल दी : सिद्दरमैया

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बेंगलुरु, दो मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर यूक्रेन संकट के दौरान अपने प्रचार में लगे रहने का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्दरमैया ने कहा कि युद्धग्रस्त देश में कर्नाटक के एक छात्र की मौत ने केंद्र सरकार की तैयारियों और विदेश मंत्रालय द्वारा स्थिति का आकलन करने में नाकामी की पोल खोल दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में भारत के करीब 20,000 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस साल जनवरी की शुरुआत में तनाव शुरू होने से लेकर फरवरी में सैन्य संघर्ष शुरू होने तक उन्हें निकालने का काफी समय था।

सिद्दरमैया ने पूछा, ‘‘यूक्रेन के आसपास रूसी सैनिकों का जमावड़ा नवंबर 2021 में शुरु हो गया था। सरकार ने छात्रों को यूक्रेन छोड़ने के लिए पर्याप्त परामर्श जारी करने और उन्हें वापस भारत लाने में आवश्यक बंदोबस्त करने में देरी क्यों की? सरकार ने सैन्य संघर्ष शुरु होने के बाद ही यह प्रक्रिया शुरू क्यों की?’’

विधानसभा में विपक्ष के नेता ने दावा किया कि भारत ने पहला परामर्श 15 फरवरी को जारी किया जिसमें यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में रह रहे भारतीयों की जानकारियां मांगी गयी, जबकि कई अन्य देशों ने इससे पहले ही यह कवायद शुरू कर दी थी।

उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि भारत ने संघर्षरत इलाकों से अपने नागरिकों को निकाला है। उन्होंने कहा कि 2011 में बेहद कम समय में लीबिया से 15,000 से अधिक लोगों को निकाला लेकिन भाजपा सरकार की ‘‘ढिलाई’’ से मौजूदा संकट के दौरान यूक्रेन में भारतीय छात्रों की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार वह क्यों नहीं कर पायी जो पिछली सरकारें कर सकी थीं? अगर भाजपा ने तेजी दिखायी होती तो नवीन हमारे साथ जीवित होता और 20,000 छात्रों को मानसिक परेशानी झेलने से बचाया जा सकता था।’’

सिद्दरमैया ने कहा कि संघर्षरत क्षेत्र में छात्र एक वक्त के भोजन के लिए भी मशक्कत कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय लोगों और सेना ने उन पर भोजन तथा पैसों के लिए हमला किया जबकि कई को सीमावर्ती देशों तक पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के लिए विवश किया गया।

उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नेता संकट के समय में ‘‘अपने प्रचार की गतिविधियां सुधारने में लगे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नेता हर संकट को अपना प्रचार बढ़ाने के अवसर के तौर पर देखते हैं। नरेंद्र मोदी ने इस निकासी अभियान के लिए गंगा नाम का इस्तेमाल किया ताकि इससे भाजपा को उत्तर प्रदेश चुनाव में मदद मिले। मैं उम्मीद करता हूं कि गंगा नदी भाजपा नेताओं के पाप धो दें।’’

भाषा गोला उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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