तिरुवनंतपुरम, दो मार्च (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बुधवार को कहा कि विदेश मंत्रालय और कीव स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों को यूक्रेन के युद्धग्रस्त पूर्वी क्षेत्र में फंसे मलयालियों की जानकारी सौंप दी गई है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की अनिवासी केरलवासी (एनआरके) कल्याण एजेंसी ‘नोरका रूट्स’ में 3500 से अधिक लोग पहले ही ऑनलाइन या अन्य माध्यमों से पंजीकरण करा चुके हैं। नोरका रूट्स ने इस बाबत यहां अपने मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष खोल रखा है जो 24 घंटे कार्य कर रहा है।
विजयन ने कहा कि जिन लोगों ने अभी तक नोरका रूट्स के साथ पंजीकरण नहीं करवाया है, वे जल्द से जल्द ऐसा कराएं।
केरल के मख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि पूर्वी यूरोपीय देश से वापस लाए गए सभी केरलवासी सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएं।
उन्होंने कहा कि नोरका रूट्स के अधिकारी मुंबई और दिल्ली में चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, ताकि यूक्रेन से वापस आने वाले केरलवासियों को उनके गृहराज्य पहुंचाया जा सके।
विजयन ने बताया कि यूक्रेन से वापसी करने वालों को केरल लाए जाने के लिए राज्य के चार हवाईअड्डों पर जरूरी व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि बुधवार की शाम कम से कम 180 छात्र राज्य सरकार द्वारा संचालित चार्टर्ड विमान के जरिये दिल्ली से कोच्चि पहुंचेंगे और उन्हें विभिन्न जिलों में स्थित उनके घरों तक ले जाने के लिए विशेष वाहनों का बंदोबस्त किया गया है।
विजयन ने ट्वीट किया, “केरल सरकार द्वारा संचालित एयर एशिया इंडिया की चार्टर्ड उड़ान से 180 छात्रों को शाम साढ़े चार बजे दिल्ली से कोच्चि लाया जाएगा। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यूक्रेन से लौटे सभी केरलवासी स्वस्थ एवं सुरक्षित रूप से अपने गृहराज्य पहुंचें। जिन लोगों ने नोरका रूट्स में अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है, वे जल्द से जल्द ऐसा करें।”
भाषा पारुल मनीषा
मनीषा
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