नई दिल्लीः यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पूरी दुनिया की निगाहें उसी पर टिकी हुई हैं. जहां एक तरफ बेलारूस बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच शांति वार्ता चल रही है वहीं यूक्रेन में फंसे भारत के तमाम छात्र-छात्राएं वहां से रेस्क्यू किए जाने की मांग भी कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले में सरकार से साथ खड़े रहने का वादा किया है तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी सरकार से मांग की है कि वे जल्द से जल्द वहां से भारतीयों को निकालने के लिए बनाई गई योजना को सार्वजनिक करें. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि यूक्रेन संकट को लेकर क्या हालिया अपडेट्स हैं-
भारत ने बुलाई दूसरी उच्च स्तरीय बैठक
भारत ने यूक्रेन संकट के मद्देनज़र दूसरी आपात बैठक बुलाई है. इसके पहले भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं को वहां से बाहर निकालने के लिए ‘मिशन गंगा’ चलाया जिसके तहत अब तक फ्लाइट्स के जरिए सैकड़ों छात्रों को भारत लाया जा चुका है. हालांकि अभी भी काफी संख्या में स्टूडेंट्स वहां फंसे हुए हैं. इसके अलावा वहां पर फंसे स्टूडेंट्स की मदद के लिए केंद्र सरकार ने अपने चार वरिष्ठ मंत्रियों- ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू, वीके सिंह और हरदीप पुरी को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा है ताकि वहां से भारतीयों को वापस लाया जा सके.
यूक्रेन के राजदूत ने कहा- मुश्किल हालात में भी कर रहे मदद
वहीं, भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि, ‘रूस के हमले की वजह से यूक्रेन में जमीनी हालात काफी खराब हो चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद यूक्रेन के अधिकारी भारतीयों नागरिकों को वहां से बाहर निकालने में मदद कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि, ‘भारतीय नागिरकों के संदर्भ में उनकी मदद करने के लिए हम अपने निजी संपर्कों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन आपको जमीनी हकीकत को समझना होगा. हम युद्ध की स्थिति में हैं.’
भारतीय दूतावास ने जारी की दूसरी एडवाइजरी
इस बीच यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने दूसरी एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसमें उन्होंने भारतीय नागरिकों से रेलवे स्टेशन पहुंचने के लिए कहा. ताकि, उन्हें यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र में पहुंचाया जा सके. इसके लिए यूक्रेन ने स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की है. एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि स्टेशनों पर भारी भीड़ हो सकती है लेकिन छात्रों को चाहिए के वे शांति बनाए रखें और एकजुट रहें.
यूक्रेन में मेडिकल संकट
डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक यूक्रेन में ऑक्सीजन की सप्लाई की स्थिति बहुत खतरनाक होने के करीब है. ट्रक प्लांट्स से राजधानी कीव सहित देश भर के अस्पतालों तक ऑक्सीजन की सप्लाई करने में असमर्थ हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन के ज्यादातर हिस्सों में अगले 24 घंटों में ऑक्सीजन का भंडार खत्म हो सकता है.
दरअसल, यूक्रेन के कई हिस्सों में ऑक्सीजन बनाने वाले जिओलाइट की कमी हो गई है. यह ऑक्सीजन बनाने के लिए सबसे जरूरी घटक है.
इसके अलावा बिजली और बिजली की किल्लत से गंभीर अस्पताल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, वहीं मरीजों को ले जाने वाली एंबुलेंस पर गोलीबारी की चपेट में आने का खतरा है.
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रूस ने लगाया 36 देशों की एयरलाइन्स पर प्रतिबंध
रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के जवाब में कनाडा सहित कई देशों ने रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. इसके जवाब में रूस ने 36 देशों की एयरलाइन्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन देशों में ब्रिटेन, जर्मनी फ्रांस, इटली और कनाडा भी शामिल हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ईयू की हिस्सा बनाए जाने की अपील की
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलिंस्की ने यूरोपियन यूनियन से उनके देश को तुरंत सदस्यता दिए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि, ‘मुझे विश्वास है कि ऐसा किया जा सकता है. मैं यूरोपियन यूनियन से अपील करता हूं कि स्पेशल प्रोसीजर के जरिए हमें तुरंत यूरोपियन यूनियन का हिस्सा बनाया जाए.’ उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य बराबरी के दर्जे के साथ सभी यूरोपियन्स के साथ रहना है.
इस बीच दोनों देशों के बीच राजनियक बातचीत हो रही है ऐसे में यूक्रेन ने तत्काल प्रभाव से युद्ध को रोके जाने और रूसी सेना को वापस बुलाए जाने की मांग की है.
पुतिन ने दी न्यूक्लियर बम के प्रयोग की धमकी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमले के बाद न्यूक्लियर फोर्सेज को हाई अलर्ट कर दिया है. इससे पहले उन्होंने न्यूक्लियर बम का प्रयोग किए जाने की धमकी दी थी. उन्होंने था कहा कि, ‘अगर कोई देश रूस को यूक्रेन पर कब्जा करने से रोकता है तो उनके पास न्यूक्लियर बम का विकल्प मौजूद है.रूस कई अत्याधुनिक हथियारों के लिहाज से भी बेहद मजबूत स्थिति में है. इसके मद्देनजर किसी को भी कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि किसी भी संभावित हमलावर को हार का सामना करना पड़ेगा और हमारे देश पर हमला करने के बेहद घातक अंजाम भुगतने होंगे.’
संयुक्त राष्ट्र महासभा की होगी आपात बैठक
यू्क्रेन पर रूस के हमले को लेकर यूएन सिक्युरिटी काउंसिल ने महासभा की स्पेशल सेशन को बुलाए जाने की मांग की है. अब तक इस तरह की सिर्फ 10 बैठकें बुलाई गई हैं. इस तरह की बैठकें तब बुलाई जाती हैं जब सिक्युरिटी काउंसिल वैश्विक शांति के किसी मुद्दे पर फैसला करने में सक्षम नहीं होती है.
8 हजार भारतीय लाए जा चुके हैं वापस
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अब तक कुल 8 हजार से ज्यादा भारतीयों यूक्रेन से बाहर निकाला जा चुका है. उन्होंने कहा यूक्रेन से अब 6 फ्लाइट्स आ चुकी हैं जिसमें 1400 लोगों को लाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन की स्थिति काफी खराब है लेकिन इसके बावजूद हमने अपने लोगों को वहां से निकालने में तेजी की है.
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