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Wednesday, 25 December, 2024
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राष्ट्रपति ने लोगों से वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने का आग्रह किया

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काज़ीरंगा (असम), 27 फरवरी (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को असम की सरकार और लोगों से वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने का आग्रह किया। उनका राज्य का तीन दिनों का दौरा समाप्त हो गया।

कोविंद को राज्य सरकार की ओर से वन्यजीव क्षेत्र के संरक्षण में किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई थी जिसके बाद राष्ट्रपति ने यह अपील की।

यहां असम पुलिस अतिथि गृह में रात बिताने के बाद राष्ट्रपति ने रविवार को काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के अंदर हाथी और जीप की सवारी की।

उन्होंने संरक्षण पर एक फोटो और अभिलेखीय प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया और उन्हें प्रस्तावित ‘काज़ीरंगा एलिवेटेड कॉरिडोर’ पर एक प्रस्तुति दी गई।

राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया है, “ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य, असम पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।”

इसमें कहा गया, “ राष्ट्रपति को वन्यजीवों के अनुकूल पहलों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने असम की सरकार और लोगों से अपने संरक्षण प्रयासों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।”

मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा है कि प्रदर्शनी ‘बिग फाइव’ – गैंडा, हाथी, बाघ, बारहसिंगा और जंगली भैंस पर केंद्रित है।

प्रदर्शनी में उद्यान की समृद्ध जैव विविधता, वार्षिक बाढ़, वन सुरक्षा बल और अन्य सुरक्षा उपायों तथा प्राकृतिक सुंदरता जैसी विभिन्न चीज़ों को रेखांकित किया गया है।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर कहा कि राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन की गई प्रदर्शनी में काज़ीरंगा की समृद्ध वनस्पतियों और जीवों को दिखाया गया है।

सरमा ने पिछले साल अगस्त में विधानसभा में कहा था कि राज्य सरकार ने काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 37 पर 35 किलोमीटर का ‘एलिवेटेड कॉरिडोर’ बनाने का एक प्रस्ताव केंद्र को दिया है, जिस पर केंद्र ने अनुकूल प्रतिक्रिया दी है।

सरमा ने यह भी लिखा, “ मैं राष्ट्रपति का उनकी बहुमूल्य सलाह के लिए अपना आभार व्यक्त करता हूं, जो निश्चित रूप से उद्यान प्राधिकरण, वन रक्षकों और स्थानीय समुदायों व गैर सरकारी संगठनों को अधिक समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करेगी।”

मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ बाद में जोरहाट हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति और उनके परिवार के सदस्यों को विदाई दी। यह हवाई अड्डा काज़ीरंगा से करीब 80 किलोमीटर दूर है।

कोविंद एक हेलीकॉप्टर से जोरहाट पहुंचे जहां से वह एक विशेष उड़ान से नयी दिल्ली रवाना हुए।

सरमा ने ट्वीट किया, “ पिछले तीन दिनों में माननीय राष्ट्रपति की गर्मजोशी, स्नेह, मार्गदर्शन और सलाह हमारे लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।”

कोविंद, उनकी पत्नी सविता कोविंद और उनकी बेटी श्वेता ने काजीरंगा के कोहोरा में असम पुलिस अतिथि गृह में सरमा, राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री परिमल शुक्ला बैद्य और राज्य सरकार के कर्मियों के साथ तस्वीर भी खिंचवाई।

इससे पहले रविवार की सुबह कोविंद और उनकी बेटी श्वेता ने काज़ीरंगा में एक हाथी की सवारी की।

कोविंद, पत्नी और बेटी के साथ शुक्रवार को असम पहुंचे थे और उन्होंने गुवाहाटी में असम के प्रसिद्ध अहोम सेनानायक लचित बड़फुकन की 400वीं जयंती से संबंधित कार्यक्रम में शिरकत की थी।

गुवाहाटी में रात बिताने के बाद, उन्होंने शनिवार को तेज़पुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लिया था और उसी दिन बाद में काज़ीरंगा गए।

भाषा नोमान अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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