नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले से शेयर बाजार और रुपये पर बृहस्पतिवार को प्रतिकूल असर पड़ा। एक तरफ शेयर बाजार में भारी गिरावट आयी, वहीं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 99 पैसे नीचे आ गयी। वैश्विक स्तर पर तनाव को देखते हुए निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प वाली संपत्तियों में निवेश को तरजीह दी।
सोने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती रही। कच्चा तेल 105 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया। एशिया और यूरोप के बाजारों में भी भारी गिरावट रही।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 2,702.15 अंक यानी 4.72 प्रतिशत का गोता लगाकर 54,529.91 अंक पर बंद हुआ। यह 23 मार्च, 2020 के बाद एक दिन का सबसे बड़ा नुकसान है जबकि अबतक की चौथी सबसे बड़ी गिरावट है।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 815.30 अंक यानी 4.78 प्रतिशत टूटकर 16,247.95 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में गिरावट से निवेशकों को 13.44 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 75.02 पर खुला लेकिन बाद में टूटकर 75.75 पर आ गया। अंत में घरेलू मुद्रा 99 पैसे टूटकर 76.60 प्रति डॉलर पर बंद हुई।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 8.68 प्रतिशत उछलकर 105.25 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गयी।
दूसरी तरफ, रूस-यूक्रेन संकट गहराने से सुरक्षित निवेश के लिहाज से महत्वपूर्ण माने जाने वाले सोने की कीमत दिल्ली में 1,656 रुपये के जोरदार उछाल के साथ 51,627 प्रति दस ग्राम पर पहुंच गयी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘रुपये के मूल्य में गिरावट के बीच न्यूयॉर्क स्थित जिंस एक्सचेंज कॉमेक्स में सोने की कीमतों में तेजी आने से दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत में 1,656 रुपये की तेजी आई।’’
उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बाद रूस पर गंभीर प्रतिबंधों तथा जिंसों की आपूर्ति बाधित होने की आशंका से सुरक्षित विकल्पों में निवेश बढ़ने के कारण सोने में तेजी आई।
भाषा
रमण अजय
अजय
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