इस्लामाबाद, 23 फरवरी (भाषा) पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अब्दुल रहमान मलिक का बुधवार को कोविड-19 संबंधी जटिलताओं की वजह से यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। मलिक 70 साल के थे।
मलिक 2008 में तब पाकिस्तान के गृह मंत्री थे जब लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था।
मलिक के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। मलिक इस साल जनवरी में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और उनको सांस लेने में दिक्कत थी। उन्हें इस महीने की शुरुआत में जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
मलिक के प्रवक्ता रियाज अली तुरी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘यह सूचित करते हुए दुख हो रहा है कि पूर्व गृह मंत्री और पीपीपी के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहमान मलिक का निधन हो गया है।’’
राजनीति में आने से पहले मलिक पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) में बतौर विशेष एजेंट के तौर पर कार्यरत थे और वर्ष 1993 में उन्हें पदोन्नति देकर अतिरिक्त महानिदेशक बनाया गया था।
मलिक के निधन की खबर पर पाकिस्तान में विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से शोक व्यक्त किया गया।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने मलिक के निधन पर दुख व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना जतायी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इमरान खान की ओर से एक बयान जारी करके मलिक के लिए दुआ की। पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘‘अल्लाह दिवंगत को माफी प्रदान करें और शोक मनाने वालों को धैर्य प्रदान करें।’’
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने कहा कि वह इस खबर से दुखी हैं और परिवार का दर्द साझा करते हैं।
पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो जरदारी ने कहा, ‘‘रहमान मलिक के निधन की खबर से दुख हुआ। वह निर्वासन के दौरान हमारे लिए वहां मौजूद थे और पार्टी के साथ बने रहे, चाहे कोई भी मुश्किल हो। उनका जाना हम सभी को महसूस होगा।’’ इस ट्वीट को पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने री-ट्वीट किया।
मलिक को पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और उनके पति आसिफ अली जरदारी का करीबी माना जाता था। उन्होंने 2004 से 2007 तक भुट्टो के सुरक्षा प्रमुख के रूप में कार्य किया।
भाषा अमित माधव
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