कोच्चि (केरल), 20 फरवरी (भाषा) ट्वेंटी 20 पार्टी के मुख्य समन्वयक और उद्योगपति साबू एम जैकब ने दलित कार्यकर्ता सी के दीपू की मौत की रविवार को सीबीआई जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राज्य पुलिस पर निष्पक्ष जांच करने का भरोसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह लोगों के खिलाफ मामले दर्ज करके उन्हें ‘‘डराने’’ की कोशिश कर रही है।
जैकब ने कहा कि अगर राज्य सरकार या सत्तारूढ़ पार्टी की दलित कार्यकर्ता की मौत में कोई भूमिका नहीं है तो सीबीआई को जांच सौंपनी चाहिए क्योंकि इससे सबूत देने के लिए अधिक लोग सामने आएंगे।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘अभी लोग डरे हुए हैं कि पुलिस उनके खिलाफ मामले दर्ज करेगी। उन्होंने (पुलिस) मेरे खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। वे हर उस व्यक्ति को डराने की कोशिश कर रहे हैं, जो सामने आ रहा है।’’
गौरतलब है कि पुलिस ने जैकब और कई अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया तथा उसकी कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए शनिवार को दीपू के अंतिम संस्कार के लिए एकत्रित होने वाले अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना है।
इस बीच, मृतक के पिता ने पत्रकारों से बात की और उस घटनाक्रम का ब्योरा दिया, जिसके चलते उनके बेटे की मौत हुई। वह यह कहते हुए रो पड़े कि अब वह कभी दीपू को दोबारा नहीं देख पाएंगे।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और लोकसभा अध्यक्ष के सुधाकरन ने एक बयान में मांग की कि दलित कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या करने की साजिश का कथित तौर पर हिस्सा होने के लिए इलाके के माकपा विधायक के खिलाफ एक मामला दर्ज किया जाए।
पुलिस ने बताया था कि दीपू की अलुवा के एक अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गयी। उस पर एक सप्ताह पहले एक स्थानीय राजनीतिक विवाद को लेकर कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था।
पुलिस ने दीपू पर हमले के संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था, ‘‘एक व्यक्ति पर हमला करने के संबंध में उन्हें गिरफ्तार किया गया। उसकी मौत के बाद उन सभी पर आईपीसी की धारा 302 भी लगायी गयी।’’
नव गठित राजनीतिक दल ट्वेंटी20 किझाक्कमबलम को प्रतिष्ठित उद्योगपति साबू एम जैकब का समर्थन प्राप्त है। जिले में कुछ पंचायतों में इस पार्टी का शासन है। जैकब पार्टी के मुख्य समन्वयक भी हैं।
भाषा गोला दिलीप
दिलीप
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