मोरीगांव, 16 फरवरी (भाषा) असम के मोरीगांव जिले में वन रक्षकों की गोली से एक ग्रामीण की मौत से गुस्साए स्थानीय लोगों और कई छात्र संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार को धरना-प्रदर्शन किया।
जिले के सोनाईकुची रिजर्व वन में कथित तौर पर पेड़ काटने को लेकर वन रक्षकों ने कार्रवाई की थी।
मोरीगांव उपायुक्त अदालत के पास करीब दो घंटे धरना देने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को ज्ञापन भेजा, जिसमें गोलीबारी की घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की गई। साथ ही इस घटना में कथित भूमिका के लिए जगीरोड और कुठोरी के वन बीट अधिकारियों को गिरफ्तार करने की मांग भी उठायी।
मोरीगांव में जगीरोड के पास मंगलवार को वन में कथित तौर पर दो लोगों द्वारा पेड़ काटे जाने पर वन रक्षकों ने गोली चलाई, जिसमें बोरसिंग तिसो की मौक पर ही मौत हो गई जबकि राजीव सिंगनार घायल हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि गोली चलाने की कार्रवाई बिना किसी उकसावे के की गई इसलिए इसे हत्या माना जाना चाहिए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दो ग्रामीण मंगलवार को कुल्हाड़ी लेकर जंगल में पेड़ काटने गए थे और इसी दौरान ये घटना हुई।
पुलिस ने कहा कि पेड़ों के गिरने की आवाज सुनकर वन रक्षक मौके पर पहुंचे और कई राउंड गोलियां चलाईं।
भाषा शफीक पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.