अहमदाबाद, 13 फरवरी (भाषा) पुलिस ने गुजरात के रहने वाले 15 लोगों को बचाया है जिन्हें गैर कानूनी अप्रवासी दलालों के गिरोह ने वसूली के लिए गत कई महीने से बंधक बनाकर रखा था। इनमें एक डेढ़ साल की बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक गिरोह के सदस्य पीड़ितों को विदेश भेजने के नाम पर उनके परिवार से उगाही कर रहे थे।
अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने अबतक इस मामले में ऐसे एक दलाल को गिरफ्तार किया है।
गांधीनगर के पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने बताया, ‘‘एक डेढ़ साल की बच्ची सहित 15 लोगों को गिरोह द्वारा बंधक बनाकर यातना दी जा रही थी और गुजरात में उनके परिवार को कई फोन कॉल कर इन्हें विदेश भेजने के नाम पर धन देने की मांग की जाती थी, हालांकि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की मदद से सभी पीड़ितों को राष्ट्रीय राजधानी से मुक्त कराया गया।’’
उन्होंने बताया कि पीड़ित पिछले साल नवंबर से अलग-अलग समय पर विदेश जाने के लिए गुजरात से रवाना हुए थे। अधिकारी ने बताया कि उन्हें पहले मुंबई और फिर पश्चिम बंगाल ले जाया गया और बंधक बनाया गया, यातना दी गई और उनके परिवार के सदस्यों से विदेश भेजने के नाम पर मोटी रकम की उगाही की गई।
चावड़ा ने बताया कि गिरोह के सदस्य परिवार से रुपये मिलने के बाद एक-एक कर इन लोगों को दिल्ली लेकर आए।
उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की मानव तस्करी के कोण से जांच कर रही है क्योंकि दलालों की योजना रुपये नहीं मिलने पर पांच साल की लड़की को बांग्लादेश बेचने की थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की जानकारी गांधीनगर जिले की दंपति के मामले की जांच के दौरान हुई जो दिसंबर में विदेश गई थी लेकिन तबसे उनका पता नहीं चल रहा था।
भाषा धीरज शफीक
शफीक
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