कोलकाता, 13 फरवरी (भाषा) तृणमूल कांग्रेस की 20-सदस्यीय नयी राष्ट्रीय कार्यसमिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को स्थान नहीं देने पर भाजपा के वयोवृद्ध नेता तथागत रॉय ने रविवार को कहा कि उन्हें गायन से राजनीति में आए सुप्रियो के लिए अफसोस है। रॉय ने दावा किया कि उनकी बेसब्री उनके ‘पतन’ का कारण है।
मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल ने हालांकि, पिछले साल सितंबर में भाजपा से तृणमूल में शामिल होने वाले सुप्रियो का नाम नहीं लिया, लेकिन ट्विटर उपयोगकर्ता को दिए जवाब में यह बात कही। उपयोगकर्ता ने कहा था कि सुप्रियो को शनिवार को तृणमूल द्वारा घोषित समिति में जगह नहीं मिली।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भाजपा सांसद सुप्रियो ने कहा कि वह बड़ी जिम्मेदारी के लिए संयम से इंतजार करेंगे और कामना करते हैं कि रॉय 100 साल से अधिक समय जिंदा रहें ताकि वह खुद तृणमूल नेता के राजनीतिक नियति को देख सकें।
रॉय ने बांग्ला में ट्वीट किया, ‘‘दुख महसूस होता है मैं इस लड़के से प्यार करता था। उसके घर जाता था, खाता था और उसके पिता से बात करता था। यह साबित करती है, अगर आप राजनीति में संयम खोते हैं तो अपका पतन निश्चित होता है। क्या इस बेवकूफ आदमी ने एक बार भी मुझसे पूछा था।’’
रॉय के बायन पर सुप्रियो ने वीडियो संदेशों की श्रृंखला साझा की और पूछा कि उन्हें किसने उनके ‘पतन’ के बारे में बताया।
सुप्रियो ने कहा, ‘‘मैं आपको बता देना चाहता हूं कि मैं मानता हूं कि मैं अपने सर्वोच्च नेता ममता बनर्जी के भरोसे का आनंद ले रहा हूं और मैं उनके निर्देश का इंतजार कर रहा हूं, जिसका अनुपालन मैं अपनी पूरी क्षमता से करूंगा…मेरे लिए, मेरे संगठन के लिए कोई काम महत्वपूर्ण है। पहले ही मुझे कुछ कार्य दिए गए हैं और हां, मैं बड़े काम और बड़े कर्तव्य के लिए संयम से इंतजार कर सकता हूं।’’
उन्होंने दावा किया कि चुनौतियों के बीच खड़ा होने के बावजूद भाजपा में उन्हें सम्मान नहीं मिला।
भाषा धीरज सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.