गुरुग्राम (हरियाणा), 12 फरवरी (भाषा) गुरुग्राम में 18 मंजिला अपार्टमेंट ब्लॉक के आंशिक रूप से ढहने की घटना में मलबे में दबी एक महिला का शव निकालने के प्रयासों के बीच शनिवार को इमारत का एक हिस्सा ढह गया, जिसके परिणामस्वरूप लोगों में दहशत फैल गयी।
इस घटना के कारण जल्द ही वहां रहने वाले लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने सोसायटी के गेट बंद कर दिए और विरोध प्रदर्शन किया। सोसायटी के लोगों ने इस घटना की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि बचावकर्ता को यह ध्यान रखना पड़ रहा है कि इमारत को सहारा देने वाले स्तंभों को नुकसान न पहुंचे।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को गुरुग्राम के सेक्टर-109 में चिंटेल्स पाराडाइजो आवासीय परिसर की छठी मंजिल पर स्थित एक अपार्टमेंट का, पहले एक कमरा ढहा, जिसके बाद पहली मंजिल तक उस तरफ का हिस्सा ढहता चला गया। इस हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गयी और उनमें से एक के पति को गंभीर चोटें आयी हैं।
रेखा भारद्वाज की बृहस्पतिवार को मौत हो गयी जबकि सुनीता श्रीवास्तव 40 घंटे से अधिक समय तक मलबे में दबी रही और उनकी मौत हो गयी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘किसी भी स्तंभ को नुकसान पहुंचने से टावर ढह सकता है इसलिए मलबे को काटने तथा हटाने का काम सावधानीपूर्वक किया जा रहा है।’’
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दल बचाव कार्यों में लगे हुए हैं।
गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त दीपक सहारन ने बताया कि पुलिस ने बजघेड़ा पुलिस थाने में चिंटेल्स इंडिया के प्रबंध निदेशक के खिलाफ लापरवाही से हुई मौत के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
सुनीता श्रीवास्तव के पति ए के श्रीवास्तव को गंभीर चोटें आयी है और उन्हें शुक्रवार को एनडीआरएफ के दल के 16 घंटों की मशक्कत के बाद मलबे से निकाला जा सका। ए के श्रीवास्तव भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं।
गुरुग्राम जिला प्रशासन ने भी इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। गुरुग्राम के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत सिंह का शनिवार को चिंटेल्स पाराडाइजो का दौरा करने का कार्यक्रम था लेकिन वह आ नहीं सके। जिला प्रशासन ने यह जानकारी दी।
राव इंदरजीत सिंह ने एक बयान में कहा, ‘हम पहुंचने ही वाले थे कि हमें अधिकारियों का फोन आया कि मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और मेरा वहां जाना सुरक्षित नहीं है, इसलिए मैंने दौरा रद्द कर दिया।’
प्रदर्शन कर रहे निवासियों ने कहा कि जब उन्होंने मलबे के गिरने की आवाज सुनी, तो उन्हें लगा कि एक और मंजिल गिर गई है।
वहां रहने वाले राकेश कुमार नामक एक व्यक्ति ने कहा, ‘हम लोग इस घटना को लेकर सख्त कार्रवाई और न्याय चाहते हैं, जो तभी संभव है जब सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसी इस मामले की जांच करे। यह चौंकाने वाला है कि पुलिस अपनी प्राथमिकी में, इसे एक दुर्घटना के रूप में देख रही है, जबकि यह एक हत्या थी।’
जिला टाउन प्लानर आरएस भट्ट ने मौके का दौरा किया और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो इसके लिए योजना बनाई जा रही है।
कांग्रेस नेता अजय यादव ने निवासियों से मुलाकात की और उन्हें समर्थन देने का वादा किया।
चिंटेल्स इंडिया के प्रबंध निदेशक प्रशांत सोलोमन ने ट्वीट किया था, ‘‘यह अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है क्योंकि हमारे निवासियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च चिंता है। प्रारंभिक जांच में हमने पाया कि एक निवासी द्वारा उसके अपार्टमेंट में एक ठेकेदार द्वारा किए जा रहे मरम्मत के काम के दौरान यह हादसा हुआ।’’
उन्होंने बताया कि कंपनी ने परियोजना के संबंध में शिकायतों के बाद पिछले साल संरचनात्मक ऑडिट कराया था। सोलोमन ने कहा, ‘‘हम जल्द से जल्द दूसरा संरचनात्मक ऑडिट शुरू करेंगे। अगर संरचना में कोई खामी पता चलती है तो प्रभावित खरीदारों को मुआवजा देंगे या आवश्यक मरम्मत का काम पूरा होने तक वैकल्पिक स्थान पर ठहराएंगे।’’
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी प्राधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है।
इस बीच, प्रभावित टावर के 34 परिवार अपने साथियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं क्योंकि फ्लैट रहने योग्य नहीं हैं।
भाषा रवि कांत माधव
माधव
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