नई दिल्ली: कांग्रेस की छात्र एवं युवा इकाई के सदस्यों ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के उस बयान के खिलाफ यहां विरोध प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने राहुल गांधी से पूछा था कि क्या भाजपा ने उनसे यह साबित करने के लिये कहा है कि वह राजीव गांधी के पुत्र हैं.
उत्तराखंड में शुक्रवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सरमा ने गांधी पर, सितंबर 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने और कोविड-19 रोधी टीके के प्रभाव पर सवाल उठाने के लिए निशाना साधा था.
मुख्यमंत्री ने पूछा था कि क्या भाजपा ने कभी उनसे (राहुल) ‘पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का बेटा’ होने का सबूत मांगा.
भारतीय युवक कांग्रेस (आईवाईसी) संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने असम भवन के पास विरोध प्रदर्शन किया, जबकि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ ने अपने राष्ट्रीय कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.
श्रीनिवास ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा, ‘असम के मुख्यमंत्री सरमा ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है और उनका बयान उनकी क्षुद्रता और ओछी सोच का एक उदाहरण है.’
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने यहां अपने मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और कार्यकर्ताओं को सरमा के पुतले पर स्याही पोतते तथा उनके खिलाफ नारे लगाते देखा गया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सरमा से माफी मांगने और पद से इस्तीफा देने की मांग की.
मुख्यमंत्री के बयान की निंदा करते हुए एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव नीतीश गौड़ ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने बेहद निंदनीय बयान दिया है. यह भारत के (पूर्व) प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपमान है.’
उन्होंने कहा, ‘ऐसे उच्च पद पर बैठे व्यक्ति से ऐसे बयान की अपेक्षा नहीं की जाती. ऐसे बयान पर उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.’
सरमा के बयान की कांग्रेस पार्टी ने भी तीखी आलोचना की है . असम में कांग्रेस ने शुक्रवार को सरमा पर अपने विवादित बयान से राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया.
भाषा रंजन रंजन उमा
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तेलंगाना के सीएम ने सरमा को हटाने की प्रधानमंत्री से की अपील
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शनिवार को अपील की कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ कथित टिप्पणी के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को हटाएं.
राव ने सरमा के बयान के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मोदीजी,क्या यही हमारी भारतीय संस्कृति है? क्या यही वेदों, महाभारत ,रामायण और भगवद् गीता में सिखाया गया है?मैं भाजपा अध्यक्ष नड्डा जी से प्रश्न करता हूं कि क्या यही हमारी संस्कृति है?’
राव ने यहां से 55 किलोमीटर दूर रायगिरि में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप उन्होंने हटाइए (असम के मुख्यमंत्री). मैं यह मांग कर रहा हूं…..क्या कोई मुख्यमंत्री इस तरह से बात करता है? हर बात की सीमा होती है. आप अहंकारी हैं? तमाशा कर रहे हैं, आपको लगता है कि लोग चुप रहेंगे.’
दरअसल सरमा ने सितंबर 2016में सर्जिकल स्ट्राइक का सुबूत मांगने, कोविड रोधी टीके की प्रभावकारिता के बारे में प्रश्न करने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ शुक्रवार को उत्तराखंड में कुछ टिप्पणियां की थीं.
अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए राव ने कहा, ‘क्या यही भाजपा की संस्कृति है? क्या यही हिंदू धर्म और संस्कृति है,मैं एक भारतीय होने के नाते यह मांग कर रहा हूं. मैं शर्मसार हूं. यह देश के लिए अच्छा नहीं है. आप को क्या लगता है कि हम हाथ बांधे चुप रहेंगे.’
भाषा शोभना पवनेश
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