नयी दिल्ली, नौ फरवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ऋण एवं बचत जमा वृद्धि के मामले में अन्य सरकारी बैंकों से आगे रहा है।
बैंक की तरफ से जारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि बीओएम का सकल अग्रिम अक्टूबर-दिसंबर, 2021 तिमाही में 22.9 प्रतिशत बढ़कर 1,29,006 करोड़ रुपये हो गया। यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बाद इस मामले में केनरा बैंक का स्थान आता है जिसका तीसरी तिमाही में कुल अग्रिम 9.28 प्रतिशत बढ़ा और उसने 7.29 लाख करोड़ रुपये के ऋण बांटे।
जहां तक खुदरा, कृषि एवं एमएसएमई खंड का सवाल है तो बीओएम का आलोच्य तिमाही में प्रदर्शन 18.06 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 75,927 करोड़ रुपये हो गया।
बचत जमा के मामले में बीओएम की वृद्धि 18.33 प्रतिशत बढ़कर 80,815 करोड़ रुपये रही। इसके बाद 12.36 प्रतिशत वृद्धि के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा का दूसरा स्थान रहा। वहीं भारतीय स्टेट बैंक 10.30 प्रतिशत वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
हालांकि, वास्तविक संदर्भ में भारतीय स्टेट बैंक का बचत जमा आधार बीओएम की तुलना में 18 गुना अधिक 14,73,506 करोड़ रुपये रहा।
वहीं परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में बीओएम की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) कुल अग्रिम के 4.73 प्रतिशत के साथ एसबीआई (4.5 प्रतिशत) के बाद दूसरे स्थान पर रहीं। दिसंबर तिमाही के अंत में बीओएम का कुल कारोबार 18.27 प्रतिशत बढ़कर 3,15,620 करोड़ रुपये रहा।
भाषा प्रेम अजय
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