कोच्चि (केरल),नौ फरवरी (भाषा) केरल के एक चिकित्सक की अगुवाई में हुए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरून ओमीक्रोन के प्रसार को रोकने में संकर (हाइब्रिड) प्रतिरोधक क्षमता प्रभावी है।
अध्ययन के प्रमुख एवं क्लीनिकल इम्यूनोलॉजिस्ट डॉ पद्मनाभ शिनॉय ने कहा,‘‘ अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के मुकाबले भारत में ओमीक्रोन से ज्यादा असर नहीं पड़ा। अन्य देशों की तुलना में भारत के लोगों में मौजूद संकर प्रतिरोधक क्षमता मृत्यु दर कम रहने के प्रमुख कारणों में से एक है।’’
भुवनेश्वर के ‘कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ के डॉ साकिर अहमद भी इस अध्ययन में शामिल थे।
डॉ शिनॉय ने यहां पत्रकारों से बातबीच में कहा,‘‘ मानव शरीर में सामान्य संक्रमण अथवा टीकाकरण से प्रतिरोधक क्षमता पैदा होती है। संकर प्रतिरोधक क्षमता वह प्रतिरोधक क्षमता है जो ऐसे इंसान में पैदा होती है जिसे पहले संक्रमण हो चुका है और उसे संक्रमण रोधी टीका भी लग गया है।’’
इस अध्ययन में दो हजार मरीजों को शामिल किया गया। प्रारंभिक अध्ययन में पाया गया कि संकर प्रतिरोधक क्षमता से पैदा एंटी बॉडीज का स्तर पूर्ण टीकाकरण करा चुके लोगों के मुकाबले 30 गुना अधिक था।
भाषा शोभना उमा
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