चेन्नई, नौ फरवरी (भाषा) अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के समन्वयक और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन द्वारा 70 फीसद चुनावी वादों को पूरा करने के दावे का मजाक उड़ाया और सवाल किया कि क्या उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए कोई खास योजना लागू की।
यहां चुनाव प्रचार के तीसरे दिन अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करते हुए पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘ अपने बयान में स्टालिन ने कहा कि उन्होंने करीब 400 वादों को पूरा किया है। क्या किसी को पता है कि वे कौन -से हैं?’’
उन्होंने कहा कि यह कुछ नहीं बल्कि दोहरापन है । उन्होंने जानना चाहा, ‘‘ क्या द्रमुक गरीबों के लिए कोई खास योजना लेकर आयी है?’’ उन्होंने लोगों को इस पर विचार करने का आह्वान किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अन्नाद्रमुक सरकार ने अपने वादे पूरे किये थे जिनमें मुफ्त मिक्सर ग्राइंडर, 52 लाख विद्यार्थियों को मुफ्त लैपटॉप, 85 फीसद लाभार्थियों को वृद्धापेंशन, थाली के लिए चार ग्राम सोना शामिल हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ अम्मा (दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता ) ने गरीब महिला लाभार्थियों के लिए सोने की मात्रा दागुणी कर दी और उस हिसाब से हमारी सररकार ने थाली के लिए आठ ग्राम सोना दिया। ’’
इस बीच, तमिलनाडु के भाजपा मामलों के सह प्रभारी पी सुधाकर रेड्डी ने सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर 19 फरवरी के शहरी निकाय चुनाव को ध्यान में रखकर नीट मुद्दे को उठाने का आरोप लगाया।
रेड्डी ने कहा, ‘‘ यह सभी को विदित है कि राष्ट्रपति ने अन्नाद्रमुक शासन के दौरान नीट से छूट संबंधी तमिलनाडु विधानसभा का विधेयक लौटा दिया था। द्रमुक ने विधानसभा चुनाव से पूर्व यह मुद्दा उठाया था और सत्ता में आने के बाद नीट विरोधी विधेयक भेजा लेकिन उसे भी लौटा दिया गया। द्रमुक आगामी चुनव में राजनीतिक लाभ लेने के लिए फिर इस मुद्दे को उठा रही है।
भाषा राजकुमार उमा
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