भोपाल (मध्य प्रदेश), सात फरवरी (भाषा) प्रांतीय राजधानी भोपाल के व्यस्त कोलार रोड पर स्थित भोज मुक्त विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति डॉ जयंत सोनवलकर के बंगले के परिसर में एक बाघ भटकते हुए घुस गया। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है।
सोनवलकर का यह बंगला करीब 25 एकड़ के हरे-भरे क्षेत्र में फैले भोज मुक्त विश्वविद्यालय भोपाल के परिसर में ही स्थित है। इस परिसर से कुछ ही दूरी पर कलियासोत एवं केरवा क्षेत्र हैं, जो बाघों का इलाके हैं।
इस बारे में पूछे जाने पर सोनवलकर ने सोमवार की रात फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हां, मेरे यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में मेरे बंगले के परिसर में बाघ भटकता हुआ दिखा है। बाघ ने चारदीवारी पर फांद कर मेरे बंगले के परिसर में प्रवेश किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘रविवार तड़के एक से 1.30 बजे के बीच चौकीदार मेरे बेडरूम से सटे गार्डरूम में चले गए। इसी बीच, मुझे अपने बंगले के परिसर में किसी जंगली जानवर के गुर्राने की आवाज सुनाई दी, तो मैंने चौकीदार से पूछा कि यह कैसी आवाज आ रही है। इस पर चौकीदार ने मुझे कहा कि कमरे से बाहर मत निकलना, क्योंकि घर के बाहर कोई जानवर घूम रहा है।’’
सोनवलकर ने कहा कि इसके बाद एक चौकीदार ने हर रोज की तरह सीटी बजाई और डंडे को जमीन पर पटका। इसी बीच, दूसरे चौकीदार ने टॉर्च जलाकर देखा तो उसे एक जानवर दिखा, जो गुर्रा रहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देख चौकीदार अपने को बचाने के लिए भाग गये। तुरंत, वन अधिकारियों को सूचित किया गया जो रविवार तड़के 3 बजे के आसपास मेरे बंगले पर पहुंचे। लेकिन तब तक वह जानवर वहां से जा चुका था। वन अधिकारियों को इसके बाद वहां पर जानवर के पगमार्क मिले, जिसके आधार पर उसे तेंदुआ माना जा रहा था।’’
सोनवलकर ने बताया कि लेकिन सोमवार को जब सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला गया तो वह बाघ निकला।
उन्होंने बताया कि दो साल पहले भी बंगले में एक बाघ घुस आया था।
इस बीच, वन विभाग ने कालियासोत और केरवा सहित उसके आसपास चौकसी बढ़ा दी है।
भाषा रावत अर्पणा
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