पुणे, सात फरवरी (भाषा) टाटा ओपन महाराष्ट्र के आयोजकों ने सोमवार को कहा कि खिलाड़ियों के लिए कड़ा जैविक रूप से सुरक्षित माहौल, अधिकारियों और लाइनमैन के लिए दो अलग होटल, 10 दिन में 600 से अधिक परीक्षण और कर्मचारियों की संख्या में भारी कटौती के कारण वे इस टेनिस टूर्नामेंट का सफल आयोजन कर पाए।
मुख्य ड्रॉ में हिस्सा लेने वाला कोई खिलाड़ी संक्रमित नहीं हुआ और इस एटीपी 250 टूर्नामेंट का कोई मुकाबला रद्द नहीं हुआ जो देश का सबसे बड़ा टेनिस टूर्नामेंट है।
आयोजकों ने कहा कि इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट से बड़ी संख्या में खिलाड़ियों के हटने और जिस तरह भारतीय महिला फुटबॉल टीम एशियाई कप से बाहर होने को बाध्य हुई उससे वे निश्चित तौर पर दबाव में थे।
महाराष्ट्र राज्य लॉन टेनिस संघ (एमएसएलटीए) के सचिव सुंदर अय्यर ने पीटीआई को बताया, ‘‘इस तरह की घटनाएं होती हैं और हम अच्छी तरह आयोजन करने को लेकर दबाव में थे। लेकिन हम आयोजन को लेकर प्रतिबद्ध थे। लेकिन अब हमने घटनामुक्त और सफल टूर्नामेंट की मेजबानी करके दुनिया को दिखाया और आलोचकों को गलत साबित किया जो अधिकतर समय भारत को कमतर आंकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट की सफल मेजबानी से खेल प्रतियोगिताओं को दोबारा बहाल करने को लेकर दुनिया को सकारात्मक संदेश गया। हमें किसी खेल प्रतियोगिता को रद्द करने की जरूरत नहीं है, हमें बस इसके आयोजन का तरीका ढूंढना होगा। ’’
अखिल भारतीय टेनिस संघ के भी संयुक्त सचिव अय्यर ने कहा, ‘‘इतना ही नहीं, बड़ा संदेश यह गया कि भारत बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी सफलतापूर्वक कर सकता है।’’
भाषा सुधीर आनन्द
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