मजीठा (पंजाब), छह फरवरी (भाषा) पंजाब के मजीठा विधानसभा क्षेत्र में दो भाई अपनी-अपनी जीत का दावा ठोंक रहे हैं।
सुखजिंदर राज सिंह उर्फ लल्ली मजीठिया आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके छोटे भाई जगविंदरपाल सिंह उर्फ जग्गा मजीठिया कांग्रेस के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
अमृतसर जिले में मजीठा विधानसभा क्षेत्र को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का गढ़ माना जाता है क्योंकि 2007 से मौजूदा विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
लेकिन इस बार, मजीठिया ने अपने घरेलू मैदान से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और अब पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को टक्कर देने के लिए अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जो वहां से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं।
शिअद ने मजीठिया की पत्नी गनीवे कौर को मजीठा सीट से मैदान में उतारा है।
65 वर्षीय सुखजिंदर राज सिंह पिछले महीने कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस ने मजीठा विधानसभा क्षेत्र से उनके छोटे भाई जगविंदरपाल को टिकट दिया है।
59 वर्षीय जगविंदरपाल सिंह ने कहा कि जब उनके बड़े भाई मजीठा सीट से चुनाव लड़ रहे थे तो उन्होंने हमेशा जमीनी स्तर पर काम किया।
उन्होंने कहा, “वह (लल्ली) पिछले साढ़े चार साल में अपने घर से बाहर नहीं निकले और लोगों ने मुझे यहां से चुनाव लड़ने के लिए कहा। मतदाता पहले भी चाहते थे कि मैं यहां से चुनाव लड़ूं क्योंकि मैं जमीनी स्तर पर काम करता हूं।”
उन्होंने कहा कि उनके बीच मतभेद पिछले साल किसी बाजार समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर सामने आए थे।
जगविंदरपाल ने कहा कि वह अपने बड़े भाई के साथ बात नहीं करते। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वह अपने भाई के खिलाफ इस चुनावी लड़ाई में जीत हासिल करेंगे।
हालांकि, सुखजिंदर राज सिंह अपने भाई को चुनावी लड़ाई में नहीं देखते हैं, उनका कहना है कि मजीठा विधानसभा सीट पर केवल आप और शिअद के बीच मुकाबला होगा।
उन्होंने कहा, ”रिश्ता एक सामाजिक पहलू है लेकिन राजनीतिक रूप से अलग-अलग सोच हो सकती है और एक परिवार में, एक पिता और पुत्र भी अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं। अगर हम एक-दूसरे के खिलाफ हैं (चुनावी लड़ाई में) तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।”
पंजाब में 20 फरवरी को को विधानसभा चुनाव के लिये मतदान होगा।
भाषा
जोहेब नरेश
नरेश
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