(बिजय कुमार सिंह)
नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव गिरिधर अरमाने ने हालिया बजट को ‘विकासोन्मुख प्रक्रिया’ करार देते हुए कहा है कि अगले वित्त वर्ष के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राजमार्गों के निर्माण की रफ्तार तेज की जाएगी।
उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लि. (एनएचआईडीसीएल) ने अबतक 7,500 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण किया है। शेष दो माह में 2,500 किलोमीटर के और निर्माण का लक्ष्य है।
अरमाने ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘2022-23 का बजट विकासोन्मुख है। इसमें बुनियादी ढांचे पर जिस तरह से जोर दिया गया है उससे आगामी दशकों में देश को फायदा होगा।’’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए कहा था कि अगले वित्त वर्ष में 25,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण होगा।
सचिव ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में 25,000 किलोमीटर के निर्माण लक्ष्य को पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत हासिल किया जाएगा। सरकार का इरादा सभी आर्थिक क्षेत्रों तक संपर्क बढ़ाने का है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम राजमार्गों के निर्माण की रफ्तार बढ़ाएंगे। मौजूदा राजमार्गों को बड़ा और मजबूत किया जाएगा।’’
आर्थिक समीक्षा के अनुसार, देश में राष्ट्रीय राजमार्गों/सड़कों के निर्माण में 2013-14 से काफी तेजी आई है। 2020-21 में 13,327 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया। वहीं 2019-20 में 10,237 किलोमीटर सड़कें बनाई गईं।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में 12,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण का लक्ष्य रखा है।
अरमाने ने कहा कि संसाधन डालकर बुनियादी ढांचा विकास को सस्ता किया गया है। पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान से बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सकेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें मुंबई या नासिक या दिल्ली या वाराणसी जैसे आर्थिक केंद्रों को बहु-संपर्क उपलब्ध कराने की जरूरत है।’’
एनएचएआई के बढ़ते कर्ज पर उन्होंने कहा कि बजट 2022-23 की मुख्य विशेषता बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए ‘असाधारण’ आवंटन है। उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को राजमार्गों के निर्माण और परिवहन क्षेत्र में सुधार के लिए 1.99 लाख करोड़ रुपये की बड़ी राशि आवंटित की गई है।’’
भाषा अजय अजय पाण्डेय
पाण्डेय
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