नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से कोविशील्ड की दूसरी एवं एहतियाती खुराक के बीच समयांतराल चुनाव ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों के लिए केंद्र के संशोधित दिशानिर्देश के अनुरूप वर्तमान नौ महीने से घटाकर तीन महीने करने पर विचार करने की अपील की है।
पुणे की इस कंपनी ने मंत्री से 18 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों का कोविशील्ड की एहतियाती खुराक देने की अनुमति देने का भी अनुरोध किया है।
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि समझा जाता है कि मांडविया को भेजे पत्र में एसआईआई में सरकार एवं विनियामक विषयक निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा है कि विभिन्न देशों में कोविड-19 टीके की तीसरी खुराक दूसरी खुराक के छह माह के अंदर लगायी जा रही है और यह कार्यक्रम संक्रमण को नियंत्रित करने में बहुत अच्छा नतीजा दे रहा है।
सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि निजी कंपनियां, शैक्षणिक संस्थान, सामाजिक संगठन, केंद्र सरकार के संगठन एवं सार्वजनिक उपक्रम कंपनियां आदि अपने कर्मचारियों एवं परिवारों के लिए कोविशील्ड की तीसरी खुराक के लिए लगातार उनकी कंपनी से अनुरोध कर रही हैं।
उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 21 जनवरी के पत्र का हवाला दिया है जिसके मुताबिक विधानसभा चुनाव वाले राज्यों पंजाब, मणिपुर, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश में चुनाव ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारियों एवं कर्मियों को दूसरी खुराक के तीन महीने पूरे हो जाने पर एहतियाती खुराक लगायी जा सकती है।
उसके लिए कोविन पोर्टल में जरूरी बदलाव किये गये हैं ताकि शीघ्र ही एहतियाती खुराक लगायी जा सके। अट्ठाईस जनवरी तक एक करोड़ से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीकों की तीसरी खुराक लगायी गयी है जिनमें 90 लाख खुराक कोविशील्ड है।
सूत्रों के अनुसार सिंह ने पत्र में कहा, ‘‘ उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर हम अपनी इन बातों पर आपके उदार हस्तक्षेप एवं विचार का अनुरोध करते हैं: हमारे कोविशील्ड की तीसरी खुराक 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को लगायी जानी चाहिए। ’’
सूत्रों के मुताबिक सिंह ने कहा, ‘‘ दूसरी और तीसरी खुराक के बीच समयांतराल घटायी जाए एवं चुनाव ड्यूटी पर लगाये गये अधिकारियों एवं कर्मियों के लिए भारत सरकार के संशोधित दिशानिर्देश के अनुरूप तीन महीने पूर हो जाने पर कोविशील्ड की तीसरी खुराक की अनुमति दी जाए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ श्रीमान् , यह समय की मांग एवं व्यापक जनहित में है … इससे कोविड- 19 की विभिन्न किस्मों के अप्रत्याशित एवं तीव्र प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी क्योंकि यह हमारे देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक स्थायित्व को बाधित कर रहा है।’’
भाषा
राजकुमार उमा
उमा
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