(जोयिता डे)
नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) सरकार अगले वित्त वर्ष (2022-23) में टीकाकरण पर 5,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह राशि 15 से 17 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड रोधी टीका लगाने और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एहतियाती खुराक पर खर्च की जाएगी। वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने यह जानकारी दी है।
सोमनाथन ने बृहस्पतिवार को कहा कि जरूरत होने पर टीकाकरण के लिए और राशि आवंटित की जाएगी।
सरकार ने पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में कोविड-रोधी टीकाकरण के लिए 35,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। संशोधित अनुमानों में इस राशि को बढ़ाकर 39,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में टीकाकरण के लिए खर्च कम करने की वजह पूछने पर सोमनाथ ने कहा कि पिछले बजट में खर्च पूरी वयस्क आबादी के टीकाकरण के लिए था। वही अगले वित्त वर्ष के लिए यह आवंटन 15 से 17 आयु वर्ग और वरिष्ठों को एहतियाती टीका लगाने के लिए है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘पिछले वर्ष 100 प्रतिशत वयस्क आबादी के लिए टीकाकरण की दो खुराक का प्रावधान था। बजट में आवंटन राशि को स्वास्थ्य नीति के आधार पर किया जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में यह आवंटन अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले कर्मचारियों, 60 वर्ष से ऊपर के लोगों और 15 से 17 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए है।’’
सोमनाथन ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे नीतियां विकसित होंगी, बजट उसके अनुरूप होगा। लेकिन बजट नीति से पहले नहीं होगा।’’
सचिव ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए स्वास्थ्य खर्च को बढ़ाकर 83,000 करोड़ रुपये किया गया है। चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमान में स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च 82,931 करोड़ रुपये तय किया गया है। पहले इसके 71,269 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था।
भाषा जतिन अजय
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