नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) डिजिटल क्षेत्र से जुड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों ने केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह सरकार के मजबूत और समावेशी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को प्रतिबिंबित करता है।
इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएमएआई) ने कहा कि मंगलवार को पेश बजट एक मजबूत और समावेशी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने के सरकार के उद्देश्य को दर्शाता है।
आईएमएआई के अध्यक्ष सुभो रे ने कहा, ‘‘वर्ष 2022-23 के केंद्रीय बजट में कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य-प्रौद्योगिकी जैसे सामाजिक क्षेत्रों समेत… विभिन्न क्षेत्रों के लिये डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास पर चौतरफा ध्यान दिया गया है।’’
कोर्स5 इंटेलिजेंस लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी अश्विन मित्तल ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल अर्थव्यवस्था और फिनटेक (वित्तीय प्रौद्योगिकी) तथा प्रौद्योगिकी आधारित विकास को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कृत्रिम मेधा (एआई) को एक उभरते अवसर के रूप में बताया है। यह उत्साहजनक है।’’
उन्होंने कहा कि बजट में स्टार्टअप को बढ़ावा दिया गया है, इससे डिजिटल इंडिया के लिये जरूरी नवोन्मेष को गति मिलेगी।
फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि केंद्रीय बजट समावेशी और विकास को गति देने वाला है। इसमें भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, ‘मेक इन इंडिया’ स्टार्टअप परिवेश को बढ़ावा देने और एक मजबूत डिजिटल अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने पर स्पष्ट ध्यान दिया गया है।
उन्होंने कहा कि बजट में विभिन्न कदमों से 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
स्नैपडील के सह-संस्थापक और सीईओ कुणाल बहल ने कहा कि मुद्रा, बैंकिंग, शिक्षा, कौशल, स्वास्थ्य, पासपोर्ट और लॉजिस्टिक्स में नई पहल से देश का एक बड़ा हिस्सा भारत की बढ़ती डिजिटल क्रांति से लाभान्वित होगा।
भाषा
रमण अजय
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