(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, एक फरवरी (भाषा) भारत और नेपाल ने उत्तराखंड में धारचूला को नेपाल के दार्चुला से जोड़ने वाली महाकाली नदी पर भारतीय अनुदान सहायता से पुल के निर्माण के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर मंगलवार को हस्ताक्षर किए।
यहां भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, नेपाल में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा और नेपाल के भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्रालय के सचिव रवींद्र नाथ श्रेष्ठ ने परिवहन मंत्री रेणु कुमारी यादव की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
परिवहन मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि भारत पुल के निर्माण की सभी लागत वहन करेगा और पुल के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि पुल का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा।
बयान में कहा गया है, ‘‘यह समझौता वाणिज्यिक, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान को सुव्यवस्थित करने के लिए सीमा पार से संपर्क का विस्तार करने के वास्ते दोनों सरकारों द्वारा साझा की गई प्राथमिकता के अनुरूप है।’’
भारत सरकार ने जनवरी में पुल के निर्माण के लिए दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी थी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि इस समझौता ज्ञापन पर जल्द ही हस्ताक्षर किये जायेंगे। उन्होंने कहा था कि इस पुल का निर्माण अगले तीन वर्ष में पूरा कर लिया जायेगा।
ठाकुर ने कहा था कि इससे उत्तराखंड के लोगों और नेपाल के क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा था कि इससे दोनों देशों में व्यापार, भाईचारे और रिश्तों को मजबूती मिलेगी।
भारतीय अधिकारियों के अनुसार 110 मीटर लंबा पुल उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर दूसरा मोटर पुल होगा।
भाषा
देवेंद्र उमा
उमा
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