आगरा (उत्तर प्रदेश), 31 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समाजवादी पार्टी नीत पूर्ववर्ती सरकार पर राज्य को हिंसा में धकेलने का आरोप लगाते हुए उसपर अतीत में हुए मुजफ्फरनगर दंगों और भगवान राम के श्रद्धालुओं की ‘हत्या’ करने का आरोप लगाया।
योगी ने कहा कि वह 1990 में सपा नीत सरकार के कार्यकाल में ‘कार सेवकों’ पर की गई गोलीबारी के संदर्भ में बात कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर में 2013 में हुए दंगों में 60 से ज्यादा लोग मारे गए थे जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए थे।
जाटों और मुसलमानों के बीच हुई हिंसा का संदर्भ देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि सपा की टोपी (लाल टोपी) मुजफ्फरनगर दंगों में मारे गए मासूम जाट युवाओं की खून से रंगी है।
आदित्यनाथ ने आरोप लगाया, ‘‘सपा के हाथ खून से रंगे हैं और वह अयोध्या में राम भक्तों की हत्या के लिए भी जिम्मेदार है। उन्होंने राज्य को दंगों की आग में धकेला है।’’
उन्होंने मुगल शासक औरंगजेब के नाम पर संस्थान का नामकरण करने के लिए भी सपा की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती सरकार में संस्थान का नाम आर्रंगजेब की नाम पर रखा गया। आगरा में उन्होंने औरंगजेब के नाम पर संग्रहालय बनाया। लेकिन जब भाजपा सत्ता में आयी तो उसने मुगल संग्रहालय का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा।’’
जाट बहुलता वाले फतेहपुर सीकरी के लोगों को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने दावा किया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुगलों के खिलाफ लड़ने वाले जाट नेता गोकुला जाट का सम्मान नहीं किया।
भाषा सं अर्पणा रंजन
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