मेरठ: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर शनिवार को जहां पूरा देश ने उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की, वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के शारदा रोड स्थित अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यालय में न सिर्फ गांधी के राष्ट्रपिता होने पर सवाल उठाया गया. इन लोगों ने गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का गुणगान करते हुए 30 जनवरी का दिन शौर्य दिवस के रूप में मनाया.
महासभा ने शांति के दूत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के योगदान को दरकिनार कर दिया. गौरतलब है कि 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकार हत्या कर दी थी. हिन्दू महासभा के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि इस मौके पर कुछ लोंगो को नाना आप्टे नाथूराम गोडसे भारत रत्न दिया गया है.
इसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ निवासी माता महाकाली के परम भक्त महाराज कालीचरण, बेंगलुरु निवासी उत्तर भारत के प्रमुख हिंदूवादी नेता शशिकांत शर्मा, लेडी गोडसे के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध डॉ. पूजा शकुन पांडे, हिंदू डिफेंस के राष्ट्रीय संयोजक दिल्ली निवासी निशांत जिंदल, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली निवासी विष्णु गुप्ता, सावरकर टाइम्स के संपादक नई दिल्ली निवासी रामनाथ लूथरा सहित सात लोगों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया. अशोक शर्मा के अनुसार पूरे भारतवर्ष में 108 लोगों को यह नाथूराम गोडसे नाना आप्टे भारत रत्न दिया जाएगा. प्रमुख रूप से भारत के गृह मंत्री अमित शाह, भारत की वित्त मंत्री सीतारमण, फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत सहित अन्य लोग इस सम्मान से सम्मानित किए जाएंगे.
संतोष
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