नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को कहा कि भारत ने अरुणाचल प्रदेश के एक लापता किशोर का विवरण चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ साझा किया है ताकि उनकी हिरासत में रखे गए युवा की पहचान की पुष्टि की जा सके।
उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष ने 20 जनवरी को भारतीय सेना को बताया था कि उन्हें अपनी तरफ एक किशोर मिला है और उसकी पहचान स्थापित करने के लिए विवरण देने का अनुरोध किया।
रिजिजू ने कू नामक ऐप पर एक बयान में कहा, ‘पहचान की पुष्टि करने में चीनी पक्ष की मदद के लिए, भारतीय सेना ने चीनी पक्ष के साथ उसका व्यक्तिगत विवरण और फोटो साझा किया है। चीनी पक्ष से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।’
अरुणाचल प्रदेश से किशोर के लापता होने को लेकर राहुल गांधी सहित विभिन्न कांग्रेस नेताओं ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा था।
रिजिजू ने कहा, ‘‘हम पहले दिन से ही लगातार मामले पर नजर रख रहे हैं। मैं सभी से ऐसे बयान देने में सतर्कता बरतने की अपील करता हूं जो तथ्यों पर आधारित नहीं हैं क्योंकि हमारे अरुणाचल प्रदेश के युवा की सुरक्षा और सुरक्षित वापसी प्राथमिकता है।’
बयान के अनुसार 19 वर्षीय मिराम तारोन अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले से 18 जनवरी को लापता हो गया था। बयान के अनुसार कुछ लोगों ने बताया कि चीनी पीएलए ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया था।
रिजिजू ने कहा कि चूंकि वह किशोर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास के क्षेत्र से लापता था, इसलिए भारतीय सेना ने तत्काल 19 जनवरी को चीनी पक्ष से संपर्क किया और उसका पता लगाने और यदि वह चीनी क्षेत्र में भटक गया था या पीएलए ने उसे अपनी हिरासत में लिया तो उसकी वापसी में सहायता मांगी।
उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष ने आश्वासन दिया था कि वे किशोर की तलाश करेंगे और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे वापस कर देंगे।
भाषा अविनाश नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.