नई दिल्लीः गुजरात में सोमनाथ मंदिर के पास लगभग 30 करोड़ की लागत से बने सर्किट हाउस का पीएम मोदी ने आज उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट ने कोरोनाकाल में जिस तरह यात्रियों की देखभाल की और समाज की जिम्मेदारी उठाई, उसमें ‘जीव ही शिव’ है जैसे विचार के दर्शन होते हैं.
आगे उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर में देश के अलग अलग राज्यों और दुनिया के अलग-अलग कोनों से करीब एक करोड़ श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं, ये जब वापस आते हैं तो एक नई सोच लेकर वापस जाते हैं.
आगे उन्होंने कहा, ‘जिन परिस्थितियों में सोमनाथ मंदिर को तबाह किया गया और फिर जिन परिस्थितियों में सरदार पटेल जी के प्रयासों से मंदिर का जीर्णोद्धार हुआ वे दोनों ही हमारे लिए एक बड़ा संदेश हैं.’
देश में पर्यटन के काफी अच्छे अवसर
सोमनाथ मंदिर को लेकर पर्यटन की संभावनाओं पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘हम दुनिया के कई देशों के बारे में सुनते हैं कि उसकी अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान कितना बड़ा है. हमारे यहां तो हर राज्य में, हर क्षेत्र में ऐसी ही अनंत संभावनाएं हैं. पहले जो हेरिटेज साइट्स उपेक्षित पड़ी रहती थी, उन्हें अब सबके प्रयास से विकसित किया जा रहा है. प्राइवेट सेक्टर भी इसमें सहयोग के लिए आगे आया है.’
उन्होंने कहा कि इनक्रेडिबल इंडिया और अपना देश जैसे अभियान आज देश के गौरव को दुनिया के सामने रख रहे हैं, पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं. आज देश पर्यटन को समग्र रूप में देख रहा है.
इस दौरान उन्होंने रामायण सर्किट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रामायण सर्किट के जरिए भगवान श्रीराम से जुड़े स्थलों का दर्शन कर सकते हैं, इसके लिए रेलवे द्वारा एक विशेष ट्रेन भी शुरु की गई है. कल से एक स्पेशल ट्रेन दिव्य काशी यात्रा के लिए दिल्ली से शुरु होने जा रही है.
पर्यटन बढ़ाने के दिए चार मंत्र
पीएम मोदी ने कहा कि आज के समय में पर्यटन बढ़ाने के लिए चार बातें आवश्यक हैं. पहला, स्वच्छता- पहले हमारे पर्यटन स्थल, पवित्र तीर्थस्थल भी अस्वच्छ रहते थे. आज स्वच्छ भारत अभियान ने ये तस्वीर बदली है.
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यटन बढ़ाने के लिए दूसरा महत्त्वपूर्ण तत्व है सुविधा. लेकिन सुविधाओं का दायरा केवल पर्यटन स्थल तक ही सीमित नहीं होना चाहिए. सुविधा परिवहन की, इंटरनेट की, सही जानकारी की, मेडिकल व्यवस्था की, हर तरह की होनी चाहिए. और इस दिशा में भी देश में चौतरफा काम हो रहा है.
पर्यटन बढ़ाने के लिए तीसरी अहम चीज़ उन्होंने बताई समय. उन्होंने कहा, ‘आजकल ट्वेन्टी-ट्वेन्टी का दौर है. लोग कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा स्थान कवर करना चाहते हैं.’
और पर्यटन बढ़ाने के लिए चौथी बात उन्होंने बताई – हमारी सोच. उन्होंने कहा कि हमारी सोच का इनोवेटिव और आधुनिक होना काफी जरूरी है. लेकिन साथ ही साथ हमें अपनी प्राचीन विरासत पर कितना गर्व है, ये बहुत मायने रखता है.
वोकल फॉर लोकल बनने की दी नसीहत
पीएम मोदी ने कहा कि वोकल फॉर लोकल में पर्यटन भी आता है. उन्होंने कहा मेरे लिए वोकल फॉर लोकल में पर्यटन भी आता है. लोगों से उन्होंने अपील की कि विदेश घूमने जाने का प्लान करने से पहले परिवार में ये तय करो कि पहले हिंदुस्तान के 15-20 मशहूर स्थलों में आप घूमेंगे. देश को समृद्ध बनाना है तो इस रास्ते पर चलना ही होगा.
बता दें कि इस सर्किट हाउस में टॉप क्लास की सुविधाएं होंगी. बेहतरीन सूट, वीआईपी और डीलक्स कमरों की व्यवस्था के साथ ही कॉन्फ्रेंस हॉल और ऑडीटोरियम वगैरह भी होंगे. खास बात है कि इसे इस तरह से बनाया गया है कि सभी कमरों से समुद्र का व्यू दिखेगा.
बता दें कि पीएम मोदी को इसी हफ्ते सोमनाथ ट्रस्ट का अध्यक्ष भी बनाया गया है. मोरार जी देसाई के बाद वह देश के दूसरे प्रधानमंत्री हैं जिन्हें इस पद के लिए चुना गया है. केशूभाई पटेल के निधन के बाद से ही यह पद खाली पड़ा था.
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