मुंबई, 19 जनवरी (भाषा) रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक पुनरुद्धार के व्यापक होने के कुछ संकेत दिखे हैं लेकिन इसे अभी टिकाऊ स्तर हासिल करना होगा।
इक्रा रेटिंग्स को उम्मीद है कि देश का वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अक्टूबर-दिसंबर, 2021 की तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 6-6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकता है। इसके साथ ही उसे फरवरी में प्रस्तावित अगली मौद्रिक समीक्षा में भी नीतिगत दरें यथावत रहने की उम्मीद है।
रेटिंग एजेंसी की एक रिपोर्ट में उसकी मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि दिसंबर तिमाही में आर्थिक गतिविधियां फिर से पटरी में लौटती दिखीं। कुछ क्षेत्रों का प्रदर्शन अक्टूबर तिमाही की तरह पिछड़ने के बावजूद तीसरी तिमाही में स्थिति सुधरी है।
नायर के मुताबिक, कोविड-पूर्व की तुलना में तीसरी तिमाही में वृद्धि का फलक व्यापक होने के संकेत नजर आए हैं जो कि काफी उत्साहजनक है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, महामारी की तीसरी लहर आने से राज्यों के स्तर पर फिर से पाबंदियां लगनी शुरू हो गई हैं। इससे पता चलता है कि यह पुनरुद्धार अभी टिकाऊ नहीं हो पाया है।’’
रिपोर्ट कहती है कि दिसंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था के 15 में से 10 उच्च-आवृत्ति संकेतकों का प्रदर्शन एक साल पहले की तुलना में बेहतर रहा है। हालांकि, अक्टूबर तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में नौ संकेतक पिछड़ते हुए भी दिखे।
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प्रेम अजय
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