मेलबर्न: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने बुधवार को घोषणा की कि 2022 उनका आखिरी सीजन होगा क्योंकि उनका शरीर ‘थक रहा’ है और उनके अंदर प्रत्येक दिन के दबाव के लिये ऊर्जा और प्रेरणा अब पहले जैसी नहीं है.
सानिया (35 वर्ष) ने मार्च 2019 में बेटे के जन्म के बाद टेनिस में वापसी की थी लेकिन कोरोनावायरस महामारी उनकी प्रगति के आड़े आ गयी.
सानिया ने अपनी जोड़ीदार नादिया किचनोक के साथ आस्ट्रेलियाई ओपन के महिला युगल के पहले दौर में हारने के बाद संन्यास की यह घोषणा की.
सानिया ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘इसके लिये काफी सारे कारण हैं. यह इतना सरल नहीं है कि ‘ओके अब मैं खेलूंगी नहीं’. मुझे महसूस हो रहा है कि मुझे उबरने में लंबा समय लग रहा है. मुझे महसूस होता है कि मेरा बेटा अभी तीन साल का है और मैं उसके साथ इतनी यात्रा करके उसे जोखिम में डाल रही हूं, और यह ऐसी चीज है जिसका मुझे ध्यान रखना होगा. ’
उन्होंने कहा, ‘मेरा शरीर भी अब कमजोर हो रहा है. आज मेरे घुटने में सचमुच काफी दर्द हो रहा है. मैं यह नहीं कह रही हूं कि इसके कारण ही हम हारे, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि मुझे उबरने में थोड़ा समय लग रहा है क्योंकि मेरी उम्र बढ़ रही है.’
सानिया स्विस महान खिलाड़ी मार्टिना हिंगिस के साथ सफल जोड़ी बनाने के दौरान युगल की विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची थीं. उन्होंने कहा कि कुछ और मुद्दों ने उन्हें यह फैसला करने के लिये बाधित किया.
उन्होंने कहा, ‘साथ ही अब खेलने के लिये प्रत्येक दिन पहले जैसी प्रेरणा और ऊर्जा नहीं होती. इस समय मेरे अंदर प्रेरणा और ऊर्जा है लेकिन कुछ ऐसे भी दिन होते हैं जब मुझे यह सब करना अच्छा नहीं लगता.’
सानिया ने कहा, ‘मैंने हमेशा कहा है कि मैं जब तक खेलूंगी तब तक मैं खेल और प्रक्रिया का आनंद लेती रहूंगी. महज जीतना ही काफी नहीं है लेकिन आपको प्रक्रिया का लुत्फ भी उठाना चाहिए और मुझे नहीं लगता कि मैं अब इसका लुत्फ उठा रही हूं. ’
उन्होंने कहा, ‘मैं अभी इतना आनंद ले रही हूं कि इस सत्र में खेल सकूं. मैंने वापसी के लिये, फिट होने, वजन घटाने और माताओं के लिये उदाहरण पेश करने के लिये काफी मेहनत की है कि नयी मां भी जितना हो सके अपने सपनों का पीछा करें. इस सत्र के आगे मुझे नहीं लगता कि मेरा शरीर खेलने के लिये साथ देगा.’
सानिया एकल में शीर्ष 30 में पहुंची थी जिसमें उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 27 थी. कलाई की चोट के कारण उन्होंने एकल छोड़कर युगल पर ध्यान लगाने का फैसला किया जिसके उन्हें बेहतरीन नतीजे भी मिले.
सानिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि वह ठीक स्तर पर खेल रही थीं लेकिन उन्हें हमेशा से लगता था कि 2022 उनका अंतिम सत्र होगा और बुधवार को मिली हार से यह पक्का हो गया.
उन्होंने कहा, ‘मैं अच्छे स्तर पर खेल रही हूं. एडीलेड टूर्नामेंट में पहले हफ्ते में हमने (सानिया और किचेनोक) शीर्ष 10 और शीर्ष 20 खिलाड़ियों को हराया. मैं ठीक स्तर पर खेल रही हूं. मैं पूरी तरह निश्चित थी कि यह मेरा अंतिम सत्र होगा, अगर मैं इसे पूरा कर पायी तो. मुझे पूरा भरोसा है कि मैं फिर से आस्ट्रेलियाई ओपन खेलने के लिये मेलबर्न नहीं आऊंगी. ’
सानिया ने कहा, ‘मेरी यहां अच्छी यादें हैं, एकल, युगल और मिश्रित युगल में. यह शानदार यात्रा रही है. मैं जून या जुलाई में खेलने के लिये नहीं बल्कि मैं हफ्ते दर हफ्ते ही चल रही हूं जिसमें मेरे शरीर, वायरस को देखते हुए बहुत ही अनिश्चितता है. ’
उन्होंने कहा, ‘हर बार मैं खेलती हूं तो मुझे लगता है कि मेरे पास जीतने का मौका है इसलिये मैं यहां हूं.’
सानिया ने कहा, ‘यह आज के मैच की निराशा नहीं है. मुझे नहीं पता कि मैं इस सत्र को पूरा कर पाऊंगी या नहीं. मैं पूरा सत्र खेलना चाहती हूं, मेरी रैंकिंग अब भी 50-60 में है. बतौर एथलीट मैं महसूस करती हूं कि मैं टूर्नामेंट में आगे बढ़ सकती हूं. लेकिन मेरे दायें घुटने में कुछ समस्या है. कुछ दिन पहले मैं उठी तो मेरी कलाई में दर्द था. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. ’
उन्होंने कहा, ‘35 साल की उम्र में, जब मैं उठती हूं तो कुछ चीजें (शरीर में दर्द) ऐसी हैं जो मुझे नहीं पता कि कैसे होती हैं. मैं सत्र को खत्म करना चाहती हूं, अमेरिकी ओपन तक खेलने की कोशिश करूंगी, यही मेरा लक्ष्य है. लेकिन मुझे अब भी यह हफ्ते दर हफ्ते देखना होगा. ’
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