(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, 18 जनवरी (भाषा) संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने अबु धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और पास के औद्योगिक क्षेत्र पर हुए संदिग्ध ड्रोन हमलों की निंदा की। इस घटना में दो भारतीय और एक पाकिस्तान नागरिक की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी में सोमवार को अबु धाबी हवाईअड्डे के पास संदिग्ध ड्रोन हमले और उसके बाद हुए कई विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए थे। विस्फोट “छोटी उड़ने वाली वस्तुओं” संभवत: ड्रोन के कारण हुए थे जिन्होंने अबु धाबी में तीन पेट्रोलियम टैंक को अपनी चपेट में ले लिया।
सोमवार को जारी एक बयान में, गुतारेस ने सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने और क्षेत्र में अत्यधिक तनाव के बीच किसी भी तरह से और तनाव न बढ़ने देने का आह्वान किया।
बयान में कहा गया कि महासचिव ने अबु धाबी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और पास के औद्योगिक मुसफ्फाह इलाके पर हमलों की निंदा की। इन हमलों में कई असैन्य लोगों के हताहत होने और हूती विद्रोहियों द्वारा इसकी जिम्मेदार लिए जाने की खबरें आ रही हैं। असैन्य नागरिकों और असैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून द्वारा प्रतिबंधित हैं।
यमन में संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है, इस बात पर जोर देते हुए गुतारेस ने पक्षों से उनके विशेष दूत हैंस ग्रंडबर्ग के साथ रचनात्मक बातचीत करने और यमन में संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक व्यापक समझौते तक पहुंचने के लिए राजनीतिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से उनकी मध्यस्थता के प्रयासों में बिना किसी पूर्व शर्त के उनका साथ देने का अनुरोध किया।
यूएई में भारतीय दूतावास ने कहा कि दूतावास हताहतों पर और जानकारी के लिए संबंधित यूएई अधिकारियों से करीब संपर्क में है।
भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “यूएई अधिकारियों ने सूचित किया कि एडनोक के भंडार टैंकों के पास, मुसफ्फाह में विस्फोट के चलते तीन लोगों की मौत हुई जिसमें दो भारतीय नागरिक शामिल हैं। अबु धाबी में भारतीय दूतावास और ब्योरों के लिए संबंधित यूएई अधिकारियों के साथ करीब संपर्क में हैं।”
भाषा
नेहा प्रशांत
प्रशांत
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