scorecardresearch
Sunday, 24 November, 2024
होमदेशअर्थजगतFICCI अध्यक्ष ने कहा- लंबे समय तक ऊंची आर्थिक वृद्धि बनाए रखने के लिए निजी निवेश पर बल देना होगा

FICCI अध्यक्ष ने कहा- लंबे समय तक ऊंची आर्थिक वृद्धि बनाए रखने के लिए निजी निवेश पर बल देना होगा

फिक्की के अध्यक्ष ने कहा कि कि निजी क्षेत्र को उपलब्ध कराए जाने वाली पूंजी की लागत भी कम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्द्धी देशों की तुलना में भारत में ब्याज दर कहीं अधिक है.

Text Size:

नई दिल्लीः उद्योग मंडल फिक्की के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजीव मेहता ने मंगलवार को कहा कि भारत को लंबी अवधि में आठ प्रतिशत से अधिक वृद्धि दर बनाए रखने के लिए कारोबारी सुगमता, कर नीति में निरंतरता और पूंजी की कम लागत पर ध्यान देने की जरूरत है.

मेहता ने लंबे समय तक उच्च आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए निजी निवेश को प्रोत्साहन देने वाले सतत प्रयासों की जरूरत पर भी बल दिया. इसी महीने फिक्की के नए अध्यक्ष चुने गए मेहता ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत में भारतीय अर्थव्यवस्था तीन लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी.

उन्होंने एक चर्चा में कहा, ‘हमें लंबी अवधि तक उच्च वृद्धि दर को बनाए रखने की जरूरत है. इस वित्त वर्ष में तो वृद्धि दर नौ प्रतिशत से भी अधिक रहने का अनुमान है लेकिन लगातार इसे आठ प्रतिशत से ऊपर बनाए रखना एक चुनौती होगी.’

भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि के 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है.

हिंदुस्तान यूनिलीवर के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मेहता ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का लगातार बढ़ना अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है. लेकिन निजी निवेश अभी रफ्तार नहीं पकड़ पाया है लिहाजा सरकार को अर्थव्यवस्था में ज्यादा पैसे लगाने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को उपलब्ध कराए जाने वाली पूंजी की लागत भी कम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्द्धी देशों की तुलना में भारत में ब्याज दर कहीं अधिक है.

फिक्की अध्यक्ष ने कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के आर्थिक गतिविधियों पर संभावित असर के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इसका प्रसार चिंता का विषय है और जल्द टीकाकरण से ही इसका मुकाबला किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को टीकाकरण अभियान में तेजी लानी चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सोमवार को अन्य कंपनी प्रमुखों के साथ हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए मेहता ने कहा कि उन्होंने जैव-प्रौद्योगिकी, हरित प्रौद्योगिकी और डिजिटल प्रौद्योगिकी पर विशेष बल के साथ शोध एवं विकास तेज करने का मुद्दा उठाया.

उन्होंने कहा, ‘हमें दुनिया का अगुआ बनने के लिए शोध एवं विकास में उत्कृष्टता के केंद्र बनाने होंगे. इसके अलावा भारतीयों को ज्यादा पेटेंट आवेदन भी करने चाहिए.’


यह भी पढ़ेंः कोरोनावायरस पर ऑनलाइन कोर्स के जरिए ‘बचाव और जागरुकता’ सिखाएगा फिक्की


 

share & View comments