कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार की राज्य में किसानों की दुर्दशा के प्रति कथित उदासीनता को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को हुगली जिले के सिंगूर में तीन दिवसीय आंदोलन शुरू किया.
पश्चिम बंगाल की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक शुभेंदू अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सिंगूर तक मार्च निकाला और खाली पड़े टाटा कार संयंत्र स्थल से कुछ किलोमीटर दूर गोपालनगर गांव में धरना प्रदर्शन शुरू किया.
आंदोलन स्थल के रूप में सिंगूर का चुनाव महत्वपूर्ण है क्योंकि सिंगूर और नंदीग्राम में वाम मोर्चा सरकार के जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ हुए आंदोलन के बाद राज्य का राजनीतिक परिदृश्य बदल गया था और माकपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के 34 साल लंबे शासन की नींव हिल गई थी. इसके बाद 2011 में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सत्ता पर काबिज हुई थी.
भाजपा के कार्यक्रम का नाम ‘कृषि बचाओ, कृषक बचाओ’ रखा गया है.
इस मौके पर अधिकारी ने कहा, ‘किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. वे बंगाल में मर रहे हैं, और मुख्यमंत्री अन्य राज्यों में राजनीतिक पर्यटन करने में व्यस्त हैं. हम किसानों के मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किसानों के साथ सिंगूर में राजमार्ग पर तीन दिवसीय आंदोलन करेंगे. अगर 72 घंटों के भीतर राज्य सरकार जवाब नहीं देती है, तो हम अपने विरोध को और तेज करेंगे.’
मजूमदार ने कहा कि पश्चिम बंगाल में किसान मर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
उन्होंने कहा, ‘टीएमसी नेता पिछले दस वर्षों में करोड़पति बन गए हैं, और जिन किसानों ने उन्हें सत्ता में आने में मदद की, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है. किसानों के लाभ के लिए कुछ भी नहीं किया गया है, यहां तक कि पीएम किसान सम्मान निधि को रोकने के प्रयास भी किए गए हैं. यह टीएमसी का असली चेहरा है.’